हांगकांग, 29 दिसम्बर। चीन के नागरिक उड्डयन प्रशासन (सीएएसी) ने नए वर्ष में आठ जनवरी से कोविड-19 यात्रा प्रतिबंधों को हटाने की घोषणा की है। इसके बाद विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस फैसले से दुनिया के लिए सबसे खराब स्थिति हो सकती है क्योंकि देश के अस्पताल अब भी कोविड संक्रमितों से भरे हुए हैं।
कोविड बढ़ोतरी के बीच चीन की यात्रा फिर से शुरू करने के लिए एयर कैरियर्स ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। हैंग सेंग बैंक चीन के मुख्य अर्थशास्त्री डैन वांग ने यूरो न्यूज को बताया, ‘अंतरराष्ट्रीय यात्रा में वृद्धि होने की संभावना है, फिर भी पूर्व-महामारी के स्तर पर लौटने में कई और महीने लग सकते हैं।’
चीन में फैल रहा कोविड-19
उन्होंने उल्लेख किया, ‘कोविड अब भी चीन के अधिकतर हिस्सों में फैल रहा है। उत्पादकता में कमी महत्वपूर्ण है और आने वाले महीनों में मुद्रास्फीति के दबाव तीव्र हो सकते हैं क्योंकि मांग में अचानक वृद्धि आपूर्ति में सुधार को पीछे छोड़ देगी।’
सीएएसी ने कहा कि यह इनबाउंड उच्च जोखिम वाली उड़ानों को नामित करना बंद कर देगा और इनबाउंड उड़ानों पर यात्री क्षमता के लिए 75 प्रतिशत की सीमा को समाप्त कर देगा। ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा, चीनी और विदेशी एयरलाइंस द्विपक्षीय समझौतों के अनुसार निर्धारित यात्री उड़ानों की व्यवस्था करेंगी।
बी ग्रेड बीमारी कोविड
चीन की सरकार ने कोविड-19 के प्रबंधन को शीर्ष स्तर के क्लास ए से घटाकर क्लास बी कर दिया है और आठ जनवरी से आने वाले यात्रियों के लिए क्वारंटाइन आवश्यकताओं को रद कर दिया है। आधिकारिक आंकड़ों ने इस सप्ताह केवल एक कोविड की मृत्यु दिखाई, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञों और निवासियों के बीच सरकार के आंकड़ों के बारे में संदेह पैदा हो गया।
यूरो न्यूज के अनुसार अस्पतालों में सामान्य से पांच से छह गुना ज्यादा मरीज हैं, जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ लाखों दैनिक संक्रमणों का अनुमान लगा रहे हैं और 2023 में चीन में कम से कम एक मिलियन कोविड मौतों की भविष्यवाणी कर रहे हैं। चीन से इटली के मिलान पहुंची एक फ्लाइट में आधे से ज्यादा यात्री कोविड पॉजिटिव आए हैं। इसके बाद इटली ने चीन से आने वाले यात्रियों का आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है।
डर के साये में दुनिया
अब तो इस बात का डर भी सताने लगा है कि वर्ष 2020 में कोविड की पहली लहर के समय जो स्थिति थी, वही दोबारा न हो जाए। कई लोगों को डर है कि चीनी पर्यटक इटली में फिर से कोरोना फैलने की वजह न बन जाएं। अमेरिका, इटली, जापान, भारत और ताइवान ने चीनी पर्यटकों के लिए टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक चीन से आने वाले पर्यटक बिना टेस्ट के आगे नहीं बढ़ सकते हैं। पांच जनवरी से दो साल के बच्चे से लेकर हर हवाई यात्री का कोविड टेस्ट अनिवार्य होगा। चीन, हांगकांग और मकाओ से आने वाले यात्रियों को यह टेस्ट कराना होगा।