लखनऊ, 21 सितम्बर। उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिन्दुत्व की राह पर पार्टी को बढ़ाया है। बीते पांच सालों में अयोध्या, मथुरा और काशी में किए विकास कार्यों को अपनी उपलब्धि के तौर पर सरकार गिना रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जो लोग राम को नकारते थे, वो आज राम-राम कर रहे हैं। सीएम ने अखिलेश यादव और मायावती को एक्सीडेंटल हिन्दू करार देते कहा कि राम ही इनका फैसला करेंगे।
- राम और अयोध्या से परहेज करते थे विपक्षी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हिन्दुत्व की राह पकड़ने पर अयोध्या के संत समाज का कहना है कि पहले जो विपक्ष के लोग राम और अयोध्या से परहेज करते थे, आज वे रामलला का दर्शन कर रहे हैं। अयोध्या आ रहे हैं, आज वो हिन्दुत्व की राह पर हैं जबकि, भाजपा शुरू से ही हिन्दुत्व की राह पर चली है और हिन्दुत्व के लिए ही काम किया है।
- बुआ और बबुआ एक्सीडेंटल हिन्दू हैं
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सही कहा की बुआ और बबुआ एक्सीडेंटल हिन्दू हैं। उन्होंने कहा कि मैं इनसे सवाल पूछना चाहता हूं कि जो लोग राम जी के अस्तित्व को नहीं मानते थे, जो लोग एक वर्ग, एक संप्रदाय को खुश करने की ही बात करते थे, कभी अयोध्या नहीं आए, अयोध्या में कभी डेवलपमेंट की बात नहीं की, आज कौन सी स्थिति और परिस्थितियां हो गई हैं कि सबको राम और परशुराम और अयोध्या याद आने लगा है। उन्होंने कहा कि भाजपा शुरू से ही हिन्दुत्व की बात करती रही है। योगी आदित्यनाथ हिन्दुत्व के सहारे राजनीति करना चाहते हैं। हिन्दुत्व के नाम पर सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के आधार पर काम कर रहे हैं।