बलरामपुर, 28 सितंबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलरामपुर में एक कार्यक्रम के दौरान उन लोगों को सख्त चेतावनी दी है, जो ‘गजवा-ए-हिंद’ के नाम पर हिंसा फैलाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने साफ कहा कि ऐसी हरकतें भारत की धरती पर कभी नहीं चलेंगी और ऐसे उपद्रवियों को ‘जहन्नुम का टिकट’ थमा दिया जाएगा। ये बातें 28 सितंबर 2025 को रविवार को कही गईं, जब सीएम योगी बलरामपुर के दो दिवसीय दौरे पर थे। हाल ही में बरेली जैसी घटनाओं के बाद ये बयान और भी सख्त लग रहा है।
सीएम ने एक किस्से का हवाला देते हुए बताया कि कैसे जलालुद्दीन नामक व्यक्ति ने खुद को ‘छांगुर बाबा’ बताकर समाज को धोखा दिया था, परन्तु अंततः उसका पाप बाहर आ गया। उन्होंने कहा कि ऐसे छल-प्रपंच करने वालों और राष्ट्र विरोधी ताकतों के साथ सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ पेश आ रही है और उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।
विकास संबंधी चर्चा में मुख्यमंत्री ने बलरामपुर में चल रहे विभिन्न परियोजनाओं और भविष्य की योजनाओं का भी व्यापक उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि जिले में सड़क, स्वास्थ, शिक्षा और कृषि से जुड़े काम तेज़ी से चल रहे हैं और आने वाले समय में बलरामपुर को नई दिशा मिलेगी। सीएम ने दोहराया कि सरकार की संवेदना गरीबों, युवाओं, बेटियों, किसानों और व्यापारियों के साथ है और उनकी सुरक्षा तथा भलाई प्राथमिकता है।
बलरामपुर में धार्मिक और सामाजिक आयोजन
सीएम योगी शनिवार को ही बलरामपुर पहुंचे थे। रात को वे मां पाटेश्वरी मंदिर में ठहरे। यहां उन्होंने नवरात्रि मेले की तैयारियों का जायजा लिया। रविवार सुबह तुलसीपुर के देवी शक्तिपीठ मां पाटेश्वरी मंदिर पहुंचे। वहां दर्शन, पूजन और आरती की। सीएम ने प्रदेश के लिए सुखी, स्वस्थ और समृद्ध उत्तर प्रदेश की कामना की। मंदिर परिसर का निरीक्षण भी किया। इसके बाद वे पास की एक गौशाला गए। वहां गायों को गुड़ और चारा खिलाया। ये सब देखकर लगता है कि सीएम धार्मिक आस्था और पर्यावरण दोनों की परवाह करते हैं।
825 करोड़ के प्रोजेक्ट्स को हरी झंडी
चेतावनी से पहले सीएम ने विकास के कई कामों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने 124 विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिनकी कुल लागत 825.29 करोड़ रुपये है। ये प्रोजेक्ट्स बलरामपुर के लोगों के लिए नई सुविधाएं लाएंगे, जैसे बेहतर सड़कें, बिजली और पानी की व्यवस्था। सीएम ने कहा कि सरकार गरीबों और किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। ऐसे आयोजन बताते हैं कि योगी सरकार धार्मिक उत्सवों के साथ विकास को जोड़कर चल रही है।

