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महाराष्ट्र : एंटीलिया केस में NIA ने दाखिल की चार्जशीट, कहा – डराकर वसूली करना चाहता था सचिन वाजे

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मुंबई, 4 सितम्बर। देश के मशहूर कारोबारी मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक पदार्थ से भरी कार व मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में एनआईए ने कोर्ट में दस हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। एनआईए ने चार्जशीट में कहा है कि बर्खास्त पुलिसकर्मी सचिन वाजे मशहूर उद्योगपति को डराकर जबरदस्ती वसूली करना चाहता था।

चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि वाजे जबरन वसूली के माध्यम से अपनी और दूसरों की जेब भरने के अलावा एक बेहतरीन डिटेक्टर और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के रूप में अपना दबदबा फिर से हासिल करना चाहता था। इसी वजह से उसने जिलेटिन की छड़ियों से लदी स्कॉर्पियो को रखने की साजिश रची और एक बड़े व्यापारिक समूह के अध्यक्ष को संबोधित करते हुए एक धमकी भरा पत्र भी लिखा।

इसके साथ ही एनआईए की चार्जशीट में कहा गया है कि सचिन वाजे का मुख्य मकसद आतंक पैदा कर उद्योगपति से पैसे वसूल करना था। बाद में वाजे और उसके गिरोह ने मनसुख हिरेन को मौत के घाट उतार दिया, क्योंकि उन्हें संदेह था कि मामला एनआईए के पास जाएगा और मनसुख हिरेन एजेंसी को पूछताछ के दौरान सब कुछ बता सकता है।

मुंबई की विशेष एनआईए अदालत के न्यायाधीश प्रशांत सित्रे के सामने चार्जशीट पेश की गई है. चार्जशीट दायर करते समय जांच अधिकारी और एनआईए के अधीक्षक विक्रम खलाटे भी मौजूद थे। स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर ने 20 प्रमुख गवाहों के लिए सुरक्षा की मांग की और अदालत ने इसे मंजूर कर लिया है। एजेंसी ने एक सीलबंद लिफाफे में प्रमुख गवाहों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत कर एनआईए ने पहले दावा किया था कि मामले के गवाहों को धमकी दी गई थी।

मुंबई के पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले ने मई में मामले में कथित भूमिका के लिए वाजे, सुनील माने और रियाजद्दीन काजी को बर्खास्त करते हुए कहा था कि वाजे ने एक प्रसिद्ध उद्योगपति को अपने और दूसरों के लिए पैसों की वसूली करने की कोशिश की, जिसके लिए धमकी भरा पत्र भी लिखा गया था। शुरू में एनआईए ने कहा था कि वाजे विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो को रखकर और फिर मामले का पता लगाकर सुपरकॉप बनना चाहता था।