देहरादून, 29 जून। उत्तराखंड सरकार ने एक जुलाई से प्रस्तावित चार धाम यात्रा पर अचानक अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है। सरकार ने उत्तराखंड हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए यह निर्णय लिया है। हाई कोर्ट ने यात्रा पर सात जुलाई तक की रोक लगाई है। इससे पहले सोमवार को ही राज्य सरकार ने चार धाम यात्रा को लेकर कोविड गाइडलाइंस जारी की थी।
- 1 जुलाई से शुरू होना था चार धाम यात्रा का पहला चरण
उत्तराखंड सरकार ने सीमित लोगों के साथ यात्रा की शुरुआत की बात कहते हुए जो गाइडलाइंस जारी की थी, उसमें कहा था कि यात्रा का पहला चरण एक जुलाई से शुरू होगा और 11 जुलाई से दूसरा चरण शुरू होगा। गाइडलाइंस में यह भी कहा गया था कि यात्रा के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए नेगेटिव कोरोना रिपोर्ट भी जरूरी होगी। फिलहाल अब यात्रा को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
- उत्तराखंड हाई कोर्ट ने 7 जुलाई तक यात्रा पर लगाई थी रोक
इसके पूर्व सोमवार को उत्तराखंड हाई कोर्ट ने चार धाम यात्रा के मामले पर सुनवाई की थी। दरअसल, राज्य सरकार ने सीमित लोगों के साथ चार धाम यात्रा की शुरुआत करने की बात कही थी। लेकिन कोर्ट ने इस यात्रा पर सात जुलाई तक रोक लगा दी थी। उस दिन मामले पर फिर सुनवाई होनी थी। हाई कोर्ट ने सरकार को सात जुलाई को दोबारा शपथपत्र दाखिल करने को कहा है। अदालत ने चार धामों की लाइव स्ट्रीमिंग भी करने को कहा था, जिससे श्रद्धालु घर से ही उनके दर्शन कर सकें।
- पहले ही खुल चुके हैं चारों धामों के कपाट
हाई कोर्ट की सुनवाई के बाद उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा था कि वह पहले हाईकोर्ट का ऑर्डर पढ़ेंगे, फिर अगर उन्हें लगेगा तो सुप्रीम कोर्ट का रुख किया जाएगा। ज्ञातव्य है कि उत्तराखंड के चारों धामों के कपाट पहले ही खुल चुके हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति नहीं दी गई है।