Site icon hindi.revoi.in

चंद्रशेखर आजाद ने योगी सरकार पर साधा निशाना, बोले – यूपी में अपराधियों को सत्ता का संरक्षण

Social Share

लखनऊ, 29 जून। भीम आर्मी चीफ और आजाद पार्टी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद खुद पर हुए जानलेवा हमले के 24 घंटे बाद योगी सरकार पर निशाना साधा और यहां तक कहा कि अपराधियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। मुख्यमंत्री का अभी तक इस मामले में एक शब्द नहीं बोलना इसका प्रमाण है। उन्होंने हमला करने वालों को कहा कि एक चंद्रशेखर को मारोगे तो हजारों आएंगे। मुख्यमंत्री आपका है तो मार डालो।

गौरतलब है कि बुधवार की शाम दिल्ली से लौटते वक्त सहारनपुर में देवबंद के पास कार सवार अज्ञात बदमाशों ने चंद्रशेखर की कार पर पीछे से हमला कर दिया। बदमाशों ने उनकी कार पर चार राउंड फायरिंग की और एक गोली उनके पेट को छूकर निकल गई। चंद्रशेखर के समर्थक उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए और देवबंद सीएचसी में उनकी चिकित्सा की गई। पुलिस घटना की जांच में जुटी हुई है। लेकिन अब तक हमलावरों का पक्का पता नहीं लग सका है।

इतनी आसानी से उनके रास्ते से चंद्रशेखर नहीं हटेगा

हमले के बाद पहली बार गुरुवार को मीडिया से मुखातिब चंद्रशेखर आजाद ने कहा, ‘इतनी आसानी से उनके रास्ते से चंद्रशेखर नहीं हटेगा। मुझे ऐसा लगता है कि इतनी बड़ी वारदात के बाद भी सुरक्षित हूं तो साफ है कि लोगों का आशीर्वाद मेरे साथ है। ये आज का हमला नहीं है। वंचितों पर हमला होता ही रहता है। बहुत से लोगों को मार डाला गया है। मुझे भी मार डालेंगे तो किसी को क्या फर्क पड़ेगा।’

चंद्रशेखर ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘यूपी में कानून का राज कहा जाता है। यह जब मेरे साथ हो सकता है तो किसी के भी साथ हो सकता है।’ चंद्रशेखर ने पूछा, ’24 घंटे हो गए, अब तक क्या काररवाई हुई, सभी के सामने है। मैं तो मौत और जिंदगी के बीच लड़ रहा था, लेकिन अपराधी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं। ये बिना सत्ता के समर्थन के नहीं हो सकता है।’

सत्ता के संरक्षण में अपराधी पल रहे

उन्होंने पूछा कि इनके पास क्या इनफार्मेशन है, सरकार इनकी है तो इनपुट भी होगा। गांव वालों ने बता दिया तो हमलावरों की गाड़ी बरामद हो गई। अब तक मुख्यमंत्री का नहीं बोलना और बड़े-बड़े दावे करना स्पष्ट करता है कि सत्ता की तरफ से अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है। उनके संरक्षण में अपराधी पल रहे हैं।

चंद्रशेखर ने कहा कि जब तक बाबा साहेब अंबेडकर का सपना पूरा नहीं होगा, चंद्रशेखर मरने वाला नहीं है। हमला करने वाले चाहते हैं कि गुर्जरों और दलितों के बीच एकता टूट जाए, लेकिन नहीं टूटेगी।

पुलिस को 3 जुलाई तक का अल्टीमेटम

उन्होंने पुलिस को अल्टीमेटम को लेकर कहा, ‘तीन तारीख तक का समय पुलिस को दिया गया है। उसके बाद हमारे लोग फैसला लेंगे। हम लोग गोली-बंदूक नहीं, संविधान से चलते हैं। मैं लोगों को भी कह रहा हूं कि शांति से अपनी बात रखें।’ हमलावरों की तरफ मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा, ‘किसी को गलतफहमी हो तो दूर कर लें, मुझे मारना है तो बता दें। एक चंद्रशेखर मरेगा तो हजारों आएंगे, कितने चंद्रशेखर मारोगे।’

Exit mobile version