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चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने छठी बार जीता महिला टी20 विश्व कप, फाइनल में मेजबान दक्षिण अफ्रीका 19 रनों से परास्त  

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केपटाउन, 26 फरवरी। गत चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को यहां खेले गए खिताबी मुकाबले में मेजबान दक्षिण अफ्रीका को 19 रनों से हराकर छठी बार आईसीसी महिला टी20 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट जीत लिया।

ओपनर बेथ मूनी के नाबाद पचासे से ऑस्ट्रेलिया 156 रनों तक पहुंचा

न्यूलैंड्स ग्राउंड पर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे ऑस्ट्रेलिया ने ओपनर बेथ मूनी के तेजतर्रार अर्धशतकीय प्रहार (नाबाद 74 रन, 53 गेंद, एक छक्का, नौ चौके) की मदद से छह विकेट पर 156 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया था। जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम ओपनर लॉरा वोलवार्ट के एकल प्रयास (61 रन, 48 गेंद, तीन छक्के, पांच चौके) के बीच छह विकेट पर 137 रनों तक पहुंच सकी।

लगातार सातवें फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी बार पूरी की खिताबी तिकड़ी

लगातार सातवीं बार फाइनल खेलने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने लगातार तीसरी बार उपाधि जीती है और दूसरी बार खिताबी हैट्रिक पूरी की। पिछली बार उसने फाइनल में भारत को शिकस्त दी थी। इस बार भारत को सेमीफाइनल में ही ऑस्ट्रेलिया से मात खानी पड़ी जबकि दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को हराकर पहली बार फाइनल में कदम रखा था। विश्व कप के इतिहास में यह पहला मौका था, जब दक्षिण अफ्रीका की पुरुष या महिला टीम फाइनल तक पहुंची थी। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर अपनी असंदिग्ध श्रेष्ठता बरकरार रखी। ऑस्ट्रेलिया के अलावा इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ने एक-एक बार खिताब अपने नाम किए हैं।

वोलवार्ट का एकल प्रयास मेजबानों के लिए नाकाफी रहा

दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने पॉवरप्ले में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को बांधकर रख दिया, जो छह ओवरों में एक विकेट पर सिर्फ 22 रन बना सकी थीं। हालांकि वोलवार्ट ने एक छोर संभालते हुए क्लोए ट्रिऑन (25 रन, 23 गेंद, एक छक्का, दो चौके) के साथ चौथे विकेट पर 55 रनों की साझेदारी से एक समय स्कोर 109 रनों तक पहुंचा दिया था। लेकिन 17वें ओवर में वोलवार्ट के लौटते ही मेजबानों की उम्मीदें खत्म हो गईं।

स्कोर कार्ड

इसके पूर्व ऑस्ट्रेलियाई पारी में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बेथ मूनी को छोड़ अन्य कोई बैटर बड़ी पारी नहीं खेल सकी। लेकिन उन्होंने साथी ओपनर एलिसा हीली (18 रन, 20 गेंद, तीन चौके) और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ एश्ली गार्डनर (29 रन, 21 गेंद, दो छक्के, दो चौके) सहित अन्य के सहयोग से दल को ऐसा स्कोर प्रदान किया, जो बाद में दक्षिण अफ्रीका की पकड़ से दूर रह गया।