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चंपई सोरेन ने संभाली झारखंड की कमान, सीएम के साथ दो अन्य मंत्रियों ने ली शपथ

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रांची, 2 फरवरी। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के वरिष्ठ नेता और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के करीबी चंपई सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड की कमान संभाल ली। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को सीएम पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। चंपई के साथ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।

शिबू सोरेन के घर जाकर लिया आशीर्वाद

झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पहले 67 वर्षीय चंपई सोरेन ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन और उनकी पत्नी रूपी सोरेन से उनके आवास पर जाकर आशीर्वाद लिया। गुरुजी के आवास से लौटने के बाद चंपई सोरेन ने खुद इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘गुरुजी हमारे आदर्श हैं। शपथ लेने से पहले हमने गुरुजी और माताजी से आशीर्वाद लिया।’

‘कोल्हान टाइग’र के नाम से मशहूर चंपई सोरेन ने कहा, ‘झारखंड आंदोलन के लिए जब दिशोम गुरु शिबू सोरेन संघर्ष कर रहे थे, तब मैं उनके संपर्क में आया था। हमने उनके साथ मिलकर झारखंड आंदोलन में हिस्सा लिया। आंदोलन के दौरान शिबू सोरेन ने जिस तरह से अलग झारखंड राज्य और यहां के लोगों के लिए संघर्ष किया, उन आदर्शों के तहत ही हम आगे बढ़ रहे हैं।’

 

भाजपा विधायक सीपी सिंह बोले : रिमोट से चलने वाले सीएम होंगे चंपई सोरेन

इस बीच चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और रांची के विधायक सीपी सिंह ने कहा कि यह सच है कि चंपई सोरेन झामुमो सुप्रीमो और सोरेन परिवार के बेहद करीबी हैं। स्वाभाविक है कि वह रिमोट कंट्रोल से ही चलने वाले हैं और यह रिमोट कंट्रोल होगा सोरेन परिवार के पास।

सीपी सिंह ने कहा कि चंपई सोरेन खुद से कुछ कर नहीं पाएंगे। वह वही करेंगे, जो उनसे कहा जाएगा। सरकार में कांग्रेस और राजद के लोग झामुमो के साथ हैं। ये दोनों पार्टियां उन्हें ब्लैकमेल करेंगी। जब तक चुनाव हैं, तब तक राज्य में बड़े पैमाने पर लूट शुरू हो जाएगी।

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई बने विधायक दल के नेता

उल्लेखनीय है कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भ्रष्टाचार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले हेमंत सोरेन को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया था।