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झारखंड : चंपई सोरेन ने CM पद से दिया इस्तीफा, हेमंत सोरेन की फिर ताजपोशी की तैयारी

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रांची, 3 जुलाई। झारखंड के राजनीतिक गलियारे में दिनभर चली चर्चाओं के बाद अंततः सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के विधायक दल एवं गठबंधन के नेताओं की बैठक के फैसले को अमली जामा पहना दिया गया, जब बुधवार की शाम मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन से मिलकर सीएम पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया। कुछ मीडिया रिपोर्ट में यह भी बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन ने इसके साथ ही नए सीएम पद के लिए अपना दावा भी पेश कर दिया है।

इस प्रकार देखा जाए तो जमीन घोटाले में रांची हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद 28 जून को हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आने के छह दिनों के अंदर ही मुख्यमंत्री पद पर उनकी फिर से ताजपोशी का रास्ता साफ हो गया। समझा जाता है कि हेमंत सोरेन एक-दो दिनों में राज्य के 13वें सीएम पद की शपथ लेंगे।

चंपई सोरेन बोले – ‘हमने और हमारे गठबंधन ने हेमंत सोरेन को फिर नेता चुना

चंपई सोरेन ने राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा देने के बाद चंपाई सोरेन ने कहा कि ‘मुझे दायित्व मिला। अब हेमंत बाबू आ गए हैं। हमारे गठंबधन ने फिर से निर्णय लिया। हमने और हमारे गठबंधन ने हेमंत सोरेन को फिर से नेता चुना। जिस पद पर मैं था, उस पद से मैंने इस्तीफा दे दिया है। जो गठबंधन का निर्णय हुआ। हमने उसी पर काम किया।’

हेमंत सोरेन और चंपई सोरेन दोनों ही राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे। राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद चंपई सोरेन ने मीडिया से बातचीत में सारी बातें कही। वहीं हेमंत सोरेन ने कहा कि ‘हमने सारा काम कर दिया है।’ हालांकि, हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ कब लेंगे, अभी इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि 5 जुलाई को वह मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।

राज्यपाल राधाकृष्णन आज शाम ही पडुच्चेरी यात्रा से रांची पहुंचे थे। चंपई सोरेन के इस्तीफे के बाद हेमंत सोरेन ने राज्यपाल के पास सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया। सूत्रों के मुताबिक, हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह में ही कई मंत्री भी शपथ लेंगे। राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता ने दावा किया कि वह भी मंत्रीपद की शपथ लेंगे। झारखंड मंत्रिपरिषद में 12 मंत्री हो सकते हैं, लेकिन वर्तमान में 10 मंत्री हैं।

चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को 12वें मुख्यमंत्री के रूप में ली थी शपथ

उल्लेखनीय है कि चंपई सोरेन ने झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में इसी वर्ष दो फरवरी को शपथ ली थी। झारखंड में इस साल नवम्बर-दिसम्बर में विधानसभा चुनाव भी प्रस्तावित है। बताया जाता है कि इससे पहले गठबंधन के नेताओं और विधायकों ने यहां चंपई सोरेन के आवास पर एक बैठक के दौरान सर्वसम्मति से हेमंत सोरेन को झामुमो विधायक दल का नेता चुनने का फैसला किया था। सूत्रों के हवाले से यह भी खबर आई थी कि बैठक में हेमंत सोरेन को एक बार फिर राज्य का मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया गया था।

भाजपा ने हेमंत सोरेन को घेरा

इस बीच, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘झारखंड में चंपई सोरेन युग खत्म हो गया है। परिवारवादी पार्टी में, परिवार के बाहर के लोगों का कोई राजनीतिक भविष्य नहीं है। मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री भगवान बिरसा मुंडा से प्रेरणा लें और भ्रष्ट हेमंत सोरेन जी के खिलाफ खड़े हो जाएं।’

झारखंड विधानसभा में ये है दलगत स्थिति

देश में हुए लोकसभा चुनाव के बाद, राज्य में झामुमो-नीत गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 45 रह गई है, जिनमें झामुमो के 27, राजद का एक और कांग्रेस के 17 विधायक शामिल हैं। दरअसल झामुमो के दो विधायक – नलिन सोरेन और जोबा माझी अब सांसद हैं जबकि जामा से विधायक सीता सोरेन ने भाजपा के टिकट पर आम चुनाव लड़ने के लिए इस्तीफा दे दिया था। झामुमो ने बिशुनपुर से विधायक चमरा लिंडा और बोरियो से विधायक लोबिन हेम्ब्रम को पार्टी से निष्कासित कर दिया था, लेकिन उन्होंने अब तक विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है।

इसी तरह, विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या घटकर 24 रह गई है क्योंकि उसके दो विधायक – ढुलू महतो (बाघमारा) और मनीष जायसवाल (हजारीबाग) ने लोकसभा चुनाव लड़ा था और वे अब सांसद हैं। भाजपा ने चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस में शामिल होने वाले मांडू सीट से विधायक जयप्रकाश भाई पटेल को निष्कासित कर दिया है। हालांकि, पटेल ने अब तक विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है। झारखंड की 81-सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल 76 सदस्य हैं।

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