नई दिल्ली, 4 अप्रैल। केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल में रामनवमी पर शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा को लेकर सख्त रुख अख्तियार किया है और गृह मंत्रालय (एमएचए) ने राज्य सरकार से इस बाबत विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह हावड़ा शहर में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा भड़क गई थी। यहां आगजनी और पत्थरबाजी की घटना सामने आईं थी। बंगाल भाजपा ने इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मदद मांगी थी।
बंगाल हिंसा को लेकर सियासत उफान पर
राज्य में रामनवमी पर और इसके बाद हुई हिंसा को लेकर यहां सियासी पारा भी चरम पर है। भाजपा और सत्तारुढ़ टीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सीएम ममता बनर्जी ने जहां दंगा और हिंसा के लिए भाजपा पर आरोप लगाया है वहीं भाजपा राज्य सरकार पर एक धर्म विशेष के प्रति तुष्टिकरण की नीति पर काम करने का आरोप मढ़ रही है।
बंगाल भाजपा प्रमुख ने ममता बनर्जी पर बोला तीखा हमला
हुगली में बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांता मजूमदार ने कहा, ‘सांप्रदायिक तनाव पैदा करने वाली ममता बनर्जी हैं। पुलिस हमलावरों को तो गिरफ्तार नहीं कर रही, लेकिन हथियार लेकर चलने वालों को गिरफ्तार कर लिया। क्या उनका किसी पर हमला करने का कोई वीडियो था? कोई प्रमाण नहीं है। वहीं हमारे पास रामनवमी के दौरान हिंसा के वीडियो हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई काररवाई नहीं की जा रही है।’
सीएम ममता ने हिंसा के लिए भाजपा को ठहराया जिम्मेदार
वहीं सीएम ममता ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये (भाजपा) लोग रामनवमी की शोभायात्रा में राम का नाम बदनाम करने के लिए हावड़ा में बुलडोजर लेकर गए, ट्रैक्टर और बंदूक लेकर गए, इनके पास पुलिस की इजाजत नहीं थी। जबरदस्ती इन्होंने फल-सब्जी की दुकाने जला दीं, लोगों के घर जला दिए। हावड़ा में शांति हुई तो दूसरे दिन ये (भाजपा) लोग रिसड़ा चले गए। ये लोग धर्म के नाम पर धर्म को बदनाम कर रहे हैं।