नई दिल्ली, 9 मई। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इंडिगो एयरलाइंस को सप्ताहांत में रांची एयरपोर्ट पर अपने परिवार के साथ एक उड़ान में विशेष आवश्यकता वाले बच्चे को सवार होने की अनुमति नहीं देने के बाद एक सर्पिल प्रतिक्रिया के बाद सोमवार को चेतावनी दी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस मामले पर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘इस तरह के व्यवहार के प्रति जीरो टॉलरेंस है। किसी भी इंसान को इससे नहीं गुजरना चाहिए! स्वयं मामले की जांच कर रहे हैं, जिसके बाद उचित काररवाई की जाएगी।’
There is zero tolerance towards such behaviour. No human being should have to go through this! Investigating the matter by myself, post which appropriate action will be taken. https://t.co/GJkeQcQ9iW
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) May 9, 2022
डीजीसीए ने भी विमानन कम्पनी इंडिगो से मांगी सफाई
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने भी इंडिगो से रिपोर्ट मांगी है। यह काररवाई तब हुई है, जब परिवार की पीड़ादायक घटना को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया था, जिससे बड़े पैमाने पर आक्रोश फैल गया था। गौरतलब है कि इंडिगो ने एक बयान में कहा कि बच्चे ने अन्य यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है। कम्पनी ने जोर देकर कहा कि भेदभावपूर्ण व्यवहार के समावेशी और खंडित सुझावों पर उसे गर्व है।
इंडिगो एयरलाइन ने दी सफाई
एयरलाइन ने कहा, ‘यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए सात मई को एक विशेष रूप से विकलांग बच्चा अपने परिवार के साथ उड़ान में नहीं जा सका क्योंकि वह दहशत की स्थिति में था। ग्राउंड स्टाफ ने अंतिम समय तक उसके शांत होने का इंतजार किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।’ गौरतलब है कि बीते शनिवार को एक दिव्यांग बच्चे को रांची एयरपोर्ट से विमान पर चढ़ने से इंडिगो एयरलाइन के कर्मचारियों द्वारा रोक दिया गया था। ऐसे में बच्चे के माता-पिता ने भी विमान से यात्रा करने से इनकार कर दिया था। फ्लाइट रांची से हैदराबाद जा रही थी।