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सैनिकों की ‘हवाई कुरियर सेवा’ रद्द कर पुलवामा जैसी घटना को आमंत्रित कर रहा है केंद्र : कांग्रेस

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नई दिल्ली, 8 अप्रैल। कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में तैनात सैनिकों और अर्धसैनिक बलों के जवानों की आवाजाही के लिए हवाई सेवा बंद करने के सरकार के फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए शुक्रवार को कहा कि इस संवेदनशील इलाके में जवानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हवाई कुरियर सेवा तत्काल शुरू की जानी चाहिए।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि यह अत्यंत चिन्ता का विषय है कि सरकार ने घाटी में आवाजाही के लिए सैनिकों की हवाई कुरियर सेवा फिर निलंबित कर दी है और जवानों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे तत्काल बहाल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कश्मीर घाटी में रोज़ाना आने-जाने वाले सैनिकों के लिए हवाई कुरियर सेवा एक अप्रैल से बंद कर सैनिकों की सुरक्षा को ख़तरे में डाल दिया है।

कांग्रेस मांग करती हैं कि सैनिकों की सुरक्षा को देखते हुए ये हवाई आवागमन की सेवा तत्काल बहाल करके सरकार सैनिक तथा अर्धसैनिक बलों के जवानों की जान जोखिम में डालने के लिए देश से माफ़ी माँगे। उनका कहना था कि 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में 44 सीआरपीएफ जवान आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। यह हमला इसलिए संभव हो पाया था कि तब जवानों को ड्यूटी स्थल तक ले जाने के लिए बस का इस्तेमाल किया गया और उन्हें तब हवाई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गयी थी।

कांग्रेस नेता ने कहा कि अब फिर जम्मू-कश्मीर में तैनात जवानों को रेल या सड़क मार्ग के जरिए आवाजाही करनी होगी। जम्मू-कश्मीर में लगभग तीन सौ किलोमीटर का क्षेत्र जोखिम भरा है। ऐसे क्षेत्रों में आईईडी, हैंड ग्रेनेड, ड्रोन और आत्मघाती हमले का अंदेशा हमेशा बना रहता है। उन्होंने कहा “हम सरकार से तत्काल सैनिक व अर्धसैनिक बलों के लिए तत्काल हवाई कुरियर सेवा की बहाली की मांग करते हैं।”