नई दिल्ली, 25 दिसंबर। देश में कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन सहित संक्रमण के तेज फैलाव के बीच केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया है कि पिछले अनुभवों के देखते हुए विभिन्न अस्पतालों में 18 लाख आइसोलेशन बिस्तर, करीब पांच लाख ऑक्सीजन युक्त बिस्तर, 1.40 लाख आईसीयू बेड और अन्य आवश्यक बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। इसी क्रम में देश में प्रतिदिन 18,800 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध है।
देश में ओमिक्रॉन के 358 रोगियों में 114 स्वस्थ
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने देश के 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में अब तक कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के 358 रोगियों का पता चला है, जिनमें 114 मरीज स्वस्थ हो चुके है। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन के 88 रोगियों में से 42 और दिल्ली में 67 में से 23 रोगी संक्रमण मुक्त हो चुके है। उन्होंने बताया कि ओमिक्रॉन के 183 संक्रमितों का विश्लेषण करने पर पता चला है कि इनमें से 121 ने विदेश यात्रा की थी।
विश्व में कोविड संक्रमण की मौजूदा पॉजिटिविटी दर 6.1%
राजेश भूषण ने कहा कि कोविड संक्रमण के मामले में दुनिया चौथी लहर का सामना कर रही है और पॉजिटिविटी दर 6.1 फीसदी है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अगाह किया है कि ओमिक्रॉन डेल्टा वायरस की तुलना में अधिक तेजी से फैल रहा है। इसके रोगी डेढ़ से तीन दिन में दोगुना हो रहे हैं। उन्होंने कोविड उपयुक्त व्यवहार के साथ सर्तक रहने की आवश्यकता पर बल दिया।
दुनिया के 108 देशों में 1.51 लाख से अधिक ओमिक्रॉन संक्रमित
वैश्विक आंकड़ों की बात करें तो 108 देशों में ओमिक्रॉन के रोगियों की कुल संख्या 1.51 से अधिक हो गई है। राजेश भूषण ने कहा कि ब्रिटेन, डेनमार्क, कनाडा, जर्मनी, अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया सहित 10 देशों में ओमिक्रॉन के सबसे अधिक मरीज हैं।
23,123 करोड़ की लागत से आपात कोविड उपाय पैकेज-दो लागू
उन्होंने बताया कि आपात कोविड उपाय पैकेज-दो 23,123 करोड़ रुपये की लागत से लागू किया जा रहा है। इसमें से आधी राशि राज्यों को दी जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न राज्य इस निधि से 96,900 से अधिक ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था कर रहे हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा कि ओमिक्रॉन के संक्रमण की परिणति गंभीर क्लीनिकल मामलो में तब्दील होना अनिवार्य नहीं है। नीति आयोग के स्वास्थ्य संबंधी सदस्य डॉ.वी.के. पॉल ने कहा कि लोगों को अनावश्यक यात्राओं से बचना चाहिए।