लखनऊ, 13 मई। कर्नाटक में भले ही सत्ता छिन गई, लेकिन यूपी नगर निकाय चुनाव में बंपर जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी में जश्न का दौर शुरू हो गया है। इस क्रम में लखनऊ स्थित भाजपा मुख्यालय में शनिवार की शाम सीएम योगी आदित्यनाथ और सभी मंत्री जुटे और एक दूसरे को मिठाइयां खिलाईं। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि भाजपा ने अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है।
भाजपा ने सभी नगर निगमों में पहली बार पूर्ण बहुमत से शहर की सरकार बनाने जा रही है। 17 में से तीन मथुरा-वृंदावन, अयोध्या और शाहजहांपुर में नए नगर निगम बने थे। यहां भी पीएम मोदी ने जिस तरह से विकास का काम कराया, इन्हें स्मार्ट सिटी के रूप में बदलने के लिए काम हुआ, उसके कारण जनादेश आया है।
पिछली बार 16 नगर निगमों में चुनाव हुए थे। उनमें से 14 भाजपा और दो बसपा ने जीती थी। पहली बार सभी 17 सीटों पर प्रतिद्वंद्वियों को पटखनी देने के साथ भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। इसके साथ ही विधानसभा की दो सीटों पर उपचुनाव भी हुए हैं। मिर्जापुर की छानबे और रामपुर की स्वार सीटें भी भाजपा के सहयोगी अपना दल ने जीत ली हैं।
पिछली बार 60 नगर पालिका में भाजपा को जीत मिली थी। इस बार दोगुनी सीटें मिल रही हैं। वहीं नगर पंचायतों में काफी नई हैं। इन्हें नगरीय सुविधाएं दी गईं। 547 नगर पंचायतों में चुनाव हुए थे। भाजपा ने पिछले साल के मुकाबले ढाई गुना ज्यादा सफलता पाई है।
नगर निगम में 1420 पार्षदों का चुनाव होना था। भाजपा ने 596 में जीत हासिल की थी। इस बार 700 में से पार्टी 438 सीटों पर जीत चुकी है। पार्षद में भी भाजपा दोगुनी सीटें जीत रही है। नगर पालिका में भी 638 भाजपा जीत चुकी है। पहले की तुलना में दोगुना सीटे जीत रही है। इसी तरह नगर पंचायत में भी 664 पार्षद थे। अब तक 935 भाजपा जीत चुकी है। अभी काफी बड़ी संख्या में परिणाम आने हैं। इनमें भी भाजपा के पक्ष में परिणाम जा रहे हैं। दो चेयरमैन पदों पर पहले ही भाजपा निर्विरोध जीत चुकी थी।