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मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम, 1008 कमल पुष्पों से कान्हा का अर्चन, 5 कुंतल पंचामृत से अभिषेक

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मथुरा, 26 अगस्त। तीर्थनगरी मथुरा सहित देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। प्रभु श्रीकृष्ण की जन्मस्थली यानी मथुरा में आनंद और उल्लास में डूबे भक्त, भूख प्यास को भूलकर आराध्य के जन्म की प्रतीक्षा में सोमवार मध्यरात्रि घड़ी की टिक-टिक करती सुइयों को व्याकुलता से निहार रहे थे। रात्रि 12 बजे घड़ी की दोनों सुइयों का संगम होते ही भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर ब्रज में कान्हा के जन्म का उद्घोष हो गया।

श्रीकृष्ण के जन्मस्थान पर माहौल कुछ इस प्रकार था कि घड़ी की सुई ने 11 बजने का इशारा किया तो श्री गणेश, नवगृह स्थापना के साथ पूजन शुरू हुआ। 11.55 बजे तक 1008 कमल पुष्प एवं तुलसीदल से नंदलाल का सहस्त्रार्चन हुआ। अब 12 बजने में में बस पांच मिनट बाकी थे।

हर श्रद्धालु लल्ला के आगमन को लेकर आतुर था। 11.59 बजते ही प्राकट्य दर्शन के लिए युगल सरकार के पट बंद हो गए। इस एक मिनट के पल में श्रद्धालुओं को लगा मानो घंटों बीत रहे हों। ठीक 12 बजे लीलाधर के चलित श्रीविग्रह को भागवत भवन लाया गया।

रात्रि 11 बजकर 55 मिनट पर 5 मिनट के लिए पट बंद कर दिए गए थे। 12 बजकर 5 मिनट पर भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा को गर्भ गृह से बाहर लाया गया। रजत कमल पुष्प में विराजमान भगवान श्रीकृष्ण का श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास महाराज, श्रीकृष्ण जन्मस्थान के ट्रस्टी अनुराग डालमिया, सचिव कपिल शर्मा और सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने सोने-चांदी से निर्मित 100 किग्रा की कामधेनु गाय की प्रतिमा में गंगाजल सहित 5 कुंतल पंचामृत भरकर लल्ला का अभिषेक किया।

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की इस अद्भुत घड़ी पर भक्तों में उल्लास छा गया। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर ढोल-नगाड़े और घंटे-घड़ियाल गूंज उठे। झांझ-मजीरे, मृदंग और शंख की मंगलध्वनि के बीच कान्हा के बधाई गीत गुंजायमान हो उठे। दर्शन का दौर मध्यरात्रि बाद 1.30 बजे तक चलता रहा।

उधर गुजरात के द्वारकाधीश मंदिर में श्रदालुओं की भीड़ उमड़ी पड़ी थी जबकि पटना के इस्कॉन मंदिर के बाहर देर शाम भीड़ आउट ऑफ कंट्रोल हो गई। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बताया जा रहा है कि श्रद्धालु मंदिर में किसी भी तरह से घुसने की कोशिश कर रहे थे। इसके कारण मंदिर के बाहर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। फिलहाल मंदिर के पास भारी संख्या में पुलिस को तैनात किया गया था।