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CEC ज्ञानेश कुमार बोले – बिहार में 22 नवम्बर से पहले पूरी हो जाएगी चुनावी प्रक्रिया

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पटना, 5 अक्टूबर। बिहार में जल्द ही प्रस्तावित विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए अपनी टीम के साथ बिहार पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने दौरे के दूसरे दिन रविवार को यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस की और भारत निर्वाचन आयोग (ECI) की तैयारियों के बारे में जानकारी दी।

सीईसी ने ज्ञानेश कुमार ने मीडियाकर्मियों बातचीत में कहा कि राज्य में चुनाव की पूरी प्रक्रिया 22 नवम्बर से पहले समाप्त हो जाएगी। उन्होंने बिहार के मतदाताओं का मैथिली भाषा में अभिवादन करते हुए कहा, ‘मैं बिहार के सभी मतदाताओं का यह आह्वान करता हूं कि जिस तरह हम अपने त्योहारों को उल्लास और श्रद्धा से मनाते हैं…उसी तरह से लोकतंत्र के चुनाव के इस महापर्व को भी उत्सव की तरह मनाएं। अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें, जिम्मेदारी निभाएं और मतदान अवश्य करे।’

बिहार के 90,217 बूथ लेवल अधिकारियों का कार्य अनुकरणीय

ज्ञानेश कुमार ने कहा, ‘हाल ही में बिहार में मतदाता सूची के शुद्धिकरण का कार्य किया गया और हमारे सामने उपस्थित बूथ लेवल अधिकारियों ने न केवल अपने बूथों पर मतदाता सूची के शुद्धिकरण का कार्य किया बल्कि बिहार के 90,217 बूथ लेवल अधिकारियों ने एक ऐसा कार्य किया, जो पूरे देश में अनुकरणीय है।”

अब देश के किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक वोटर पंजीकृत नहीं होंगे

CEC ने कहा कि अब देशभर में किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता पंजीकृत नहीं होंगे। यह नियम पूरे देश में समान रूप से लागू किया जाएगा ताकि मतदान प्रक्रिया सुचारू और पारदर्शी बनी रहे। चुनाव आयोग ने 100 मीटर की दूरी पर पोलिंग बूथ स्थापित करने की अनुमति दी है, जिससे मतदाताओं को सुविधा और भीड़-भाड़ से राहत मिल सके।

बूथ के बाहर फोन रखने की होगी व्यवस्था

इसके साथ ही हर बूथ पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था होगी, ताकि मतदान की हर गतिविधि पर रियल-टाइम निगरानी रखी जा सके। वहीं, बूथ के बाहर मोबाइल फोन रखने की व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे मतदान केंद्र के अंदर किसी तरह का इलेक्ट्रॉनिक व्यवधान या गड़बड़ी न हो।

इस चुनाव में होंगे कई बदलाव

चुनाव आयोग ने एलान किया कि बिहार में one stop digital platform भी लागू कराया जाएगा। Evm पर जो बैलेट पेपर होते है, वो ब्लैक एंड ह्वाइट होती है, लेकिन पहचान में दिक्कत होती है, इसलिए बिहार के चुनाव से अब सीरियल नंबर का फॉन्ट और प्रत्याशियों की फोटो कलरफुल होगी।

परिणाम प्रक्रिया को बनाया जाएगा और अधिक पारदर्शी

ज्ञानेश कुमार ने कहा कि भारत का चुनाव और चुनाव आयोग दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी व्यवस्था का उदाहरण हैं। इस बार बिहार चुनाव को ध्यान में रखते हुए 17 नए इनिशिएटिव्स लागू किए गए हैं। अब पोस्टल बैलेट की गिनती EVM के दो राउंड शुरू होने से पहले ही की जाएगी, जिससे परिणाम प्रक्रिया और पारदर्शी बनेगी। चुनाव खत्म होने के बाद यह जानना आसान होगा कि कुल कितने लोगों ने मतदान किया और वोटिंग प्रतिशत कितना रहा।

साथ ही, डिजिटल इंडेक्स कार्ड भी चुनाव समाप्त होने के कुछ ही दिनों में सभी को उपलब्ध करा दिया जाएगा। मतदान केंद्र स्तर पर BLO (Booth Level Officer) जिम्मेदार होंगे जबकि उनके ऊपर ERO (Electoral Registration Officer) मतदाता सूची तैयार करने की जिम्मेदारी निभाएंगे। यदि किसी व्यक्ति का नाम या मतदाता विवरण सूची में शामिल नहीं हो पाता है तो वह जिला अधिकारी (DM) के पास अपील कर सकता है। और यदि DM के निर्णय में भी कोई त्रुटि होती है, तो आगे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (Chief Electoral Officer) के समक्ष अपील दायर की जा सकती है।

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