नई दिल्ली, 13 अप्रैल। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने यहां की एक विशेष अदालत में कहा कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता ने अरबिन्दो फार्मा के प्रवर्तक शरत चंद्र रेड्डी को दिल्ली सरकार की आबकारी नीति के तहत उनकी कंपनी को आवंटित पांच खुदरा क्षेत्र के लिए आम आदमी पार्टी (आप) को 25 करोड़ रुपये की राशि देने की कथित तौर पर ‘धमकी’ दी थी।
सीबीआई के अनुसार, कविता ने रेड्डी से कहा था कि अगर वह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को पैसा नहीं देते हैं तो तेलंगाना और दिल्ली में उनके कारोबार को नुकसान पहुंचेगा। दिल्ली में कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन के एक मामले में आरोपी रेड्डी मामले में सरकारी गवाह बन गया है। इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है। सीबीआई ने अभी तक उसके खिलाफ कोई आरोपपत्र दाखिल नहीं किया है।
बीआरएस नेता कविता से हिरासत में पूछताछ का अनुरोध करते हुए सीबीआई ने विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा को बताया कि तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता के ‘जोर देने पर और आश्वासन पर’, रेड्डी दिल्ली में शराब कारोबार से जुड़ा। कविता ने रेड्डी को कथित तौर पर आश्वासन दिया था कि उनके दिल्ली सरकार में संपर्क हैं और वह आबकारी नीति के तहत राष्ट्रीय राजधानी में शराब के कारोबार में उनकी मदद करेंगी जो अब निरस्त हो चुकी है।
सीबीआई ने शुक्रवार को अदालत को बताया, ‘‘कविता ने शरत चंद्र रेड्डी से कहा था कि शराब कारोबार करने के लिए आम आदमी पार्टी को प्रत्येक खुदरा क्षेत्र के लिए पांच-पांच करोड़ रुपये का भुगतान करना है और इतना ही भुगतान उनके साथियों अरुण आर पिल्लई और अभिषेक बोइनपल्ली को करना है जो बदले में विजय नायर से समन्वय करेंगे जो कि अरविंद केजरीवाल (दिल्ली के मुख्यमंत्री) का प्रतिनिधि था।’’ अदालत ने कविता को 15 अप्रैल तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया है।