नई दिल्ली, 1 अगस्त। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई ने आज पहली चार्जशीट दायर कर दी है, जिसमें 13 लोगों को आरोपित बनाया गया है। सीबीआई अधिकारियों ने बताया कि आरोप पत्र में अदालत को यह जानकारी दी गई है कि आरोपित कथित तौर पर पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं में शामिल थे। केंद्रीय एजेंसी ने यह भी बताया कि उसने जांच अब भी जारी रखी है।
दरअसल, मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने इस प्रकरण में छह एफआईआर दर्ज की हैं। एक एफआईआर बिहार में पेपर लीक से संबंधित है जबकि शेष एफआईआर गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के उम्मीदवारों की शिकायत और धोखाधड़ी के संबंध में हैं।
गौरतलब है कि इस वर्ष नीट-यूपी गत पांच मई को 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे। NEET-UG का आयोजन एनटीए द्वारा हर साल सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है।
इन आरोपितों के खिलाफ दायर की गई है चार्जशीट
सीबीआई अधिकारियों ने मामले में जानकारी दी कि आईपीसी की धारा 120-बी, 201, 409, 380, 411, 420 और 109 के तहत 13 आरोपितों – नीतीश कुमार, अमित आनंद, सिकंदर यादवेंदु, आशुतोष कुमार, रोशन कुमार, मनीष प्रकाश, आशुतोष कुमार (दूसरा), अखिलेश कुमार, अवधेश कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार और आयुष राज के खिलाफ पहला आरोप पत्र दायर किया है।
यह मामला इसी वर्ष पांच मई को पटना के शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था और फिर 23 जून को केस सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया। आरोपितों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने के लिए सीबीआई फोरेंसिक तकनीकों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी, सीसीटीवी फुटेज, टॉवर लोकेशन आदि का उपयोग कर जांच कर रही है।
इस मामले में अब तक 40 आरोपित गिरफ्तार
सीबीआई ने कहा कि वह अन्य आरोपितों या संदिग्धों के खिलाफ और मामले के अन्य पहलुओं पर आगे की जांच जारी रखे हुए है। कई अन्य आरोपित पहले से ही पुलिस हिरासत में हैं। जैसे ही इन आरोपितों के खिलाफ आगे की जांच पूरी हो जाएगी, पूरक आरोप पत्र दाखिल किए जाएंगे। सीबीआई ने इस मामले में अब तक 40 आरोपितों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से 15 बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए हैं और 58 स्थानों पर रेड की जा चुकी है।