नई दिल्ली, 18 मई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री के पुत्र व सांसद कार्ति पी चिदंबरम के करीबी सहयोगी एस भास्कररमण को चीनी कंपनी को वीजा जारी करने की सुविधा प्रदान करने के लिए रिश्वत लेने के मामलों में गिरफ्तार किया है।
सीबीआई सूत्रों ने बुधवार को यहां यह जानकारी दी। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि भास्कररमण को चल रहे मामले में सहयोग नहीं करने पर मंगलवार रात चेन्नई से गिरफ्तार किया गया।
सीबीआई ने मंगलवार को कार्ति पी चिदंबरम से जुड़े देश भर में विभिन्न स्थानों पर और कार्ति के पिता पी चिदंबरम के आवास पर पुराने मामले में छापेमारी की। सीबीआई सूत्रों ने कहा, “यह आरोप लगाया गया था कि कार्ति चिदंबरम ने पैसे लेकर वीजा हासिल करने में चीनी नागरिकों का पक्ष लिया।”
सीबीआई सूत्रों ने दावा किया कि इन चीनी नागरिकों ने पंजाब के मानसा में एक प्रोजेक्ट के लिए वीजा लिया था।
सीबीआई द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान के अनुसार, उसने कार्ति चिदंबरम, मुंबई, मनसा (पंजाब) आदि की निजी कंपनियों और अज्ञात लोक सेवकों और अन्य सहित पांच आरोपियों के खिलाफ चीनी नागरिकों को वीजा जारी करने के मामले में रिश्वत लेने के आरोप में मामला दर्ज किया था।
बता दें कि मंगलवार को कार्ति चिदंबरम के खिलाफ FIR दर्ज करने के बाद सीबीआई की टीम ने दिल्ली और चेन्नई में देश के कई शहरों में 10 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। उनके पिता पी चिदंबरम के आवासा पर पर भी छापे पड़े थे। आरोप है कि 2011 में 50 लाख रुपये की रिश्वत लेकर चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाने में उन्होंने मदद की थी। उस समय कार्ति के पिता पी चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे।