नई दिल्ली, 29 जुलाई। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने तीन लाख रुपये की रिश्वतखोरी के संबंध में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय में तैनात दो संयुक्त निदेशक रैंक के अधिकारियों और आलोक इंडस्ट्रीज के एक सहयोगी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
सीबीआई ने एक बयान में कहा, ‘दिल्ली, गुरुग्राम और चेन्नई में आरोपितों के परिसरों में तलाशी ली गई, जिसमें (लगभग) 59.80 लाख रुपये की नकदी, अपराध में इस्तेमाल होने वाले कई दस्तावेज और डिजिटल सबूत बरामद हुए।’
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के कार्यालयों में तैनात संयुक्त निदेशक मंजीत सिंह व पुनीत दुग्गल, वरिष्ठ तकनीकी सहायक रूही अरोड़ा और आलोक इंडस्ट्रीज के सहयोगी रेशम रायजादा शामिल हैं। सिंह और अरोड़ा कॉरपोरेट मामलों के महानिदेशक कार्यालय में तैनात हैं जबकि दुग्गल चेन्नई में आधिकारिक ऋण शोधन अधिकारी के रूप में तैनात हैं।
एजेंसी ने शुक्रवार को उन्हें भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने, साजिश रचने और अवैध व अनैतिक व्यावसायिक गतिविधियों से संबंधित मामले में मंत्रालय द्वारा की जा रही जांच से संबंधित आलोक इंडस्ट्रीज की फाइलों में अनुग्रह के लिए निजी व्यक्ति से रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने कहा कि अधिकारियों ने प्राथमिकी के बाद जाल बिछाकर आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।