नई दिल्ली, 10 सितम्बर। खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने दो दिन पूर्व संपन्न पेरिस पैरालम्पिक खेलों में पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों के लिए मंगलवार को नकद पुरस्कार की घोषणा की। इस क्रम में स्वर्ण पदक विजेताओं को 75 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
रजत विजेता को 50 लाख और कांस्य के लिए 30 लाख रुपये की राशि तय
मनसुख मांडविया ने यहां पदक विजेताओं को सम्मानित करने के लिए आयोजित भव्य समारोह में यह घोषणा की। इसके तहत रजत पदक विजेताओं को 50 लाख और कांस्य पदक विजेताओं को 30 लाख रुपये दिए जाएंगे। वहीं तीरंदाज शीतल देवी की भांति मिश्रित टीम स्पर्धाओं में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 22.5 लाख रुपये मिलेंगे।
Following our best-ever show at #ParisParalympics2024🇫🇷, our #ParaChampions are back home and were given a Hero's 🦸🏽♂️🦸🏽♀️ welcome by the officials at the IGI Airport.
Come together to #Cheer4Bharat🇮🇳, let's cheer for #TeamIndia 🥳@mansukhmandviya @khadseraksha @PCI_IN_Official… pic.twitter.com/XqdE04pRKZ
— SAI Media (@Media_SAI) September 10, 2024
पदक विजेताओं का स्वदेश वापसी पर जोरदार स्वागत
इसके पूर्व पैरालम्पिक पदक विजेताओं का मंगलवार को यहां स्वदेश वापसी पर सैकड़ों प्रशंसकों ने फूल-मालाओं और मिठाइयों के साथ जोरदार स्वागत किया। मनसुख मांडविया ने इस अवसर पर 2028 लॉस एंजलेस पैरालम्पिक में अधिक पदक जीतने के लिए पैरा खिलाड़ियों को पूर्ण समर्थन और सुविधाएं देने का भी वादा किया।
Heroes Return! 🇮🇳✨
Our champions are back with hearts full of pride and medals shining bright. The nation welcomes its Para athletes with open arms, celebrating their historic triumph at the Paris Paralympics.
Their journey has inspired millions, and this is just the… pic.twitter.com/mfNXy5Tgom
— Paralympic Committee of India (@PCI_IN_Official) September 10, 2024
लॉस एंजलेस पैरालम्पिक 2028 के लिए दी जाएंगी और सुविधाएं
मांडविया ने कहा, ‘हम अपने सभी पैरा खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं प्रदान करेंगे ताकि हम 2028 लॉस एंजलेस पैरालम्पिक में और अधिक पदक तथा स्वर्ण पदक जीत सकें। देश पैरालम्पिक और पैरा खेलों में आगे बढ़ रहा है। 2016 में चार पदकों से, भारत ने टोक्यो में 19 पदक, पेरिस में 29 पदक जीते और 18वें स्थान पर रहा।’
उल्लेखनीय है कि भारत ने पेरिस पैरालम्पिक में अपने ऐतिहासिक अभियान का समापन 29 पदकों के साथ किया, जिसमें सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य पदक शामिल हैं। यह पैरालम्पिक खेलों के इतिहास में देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। भारत ने अपने शानदार प्रदर्शन के क्रम मे ही पैरालम्पिक खेलों के इतिहास में 50 पदकों का आंकड़ा भी पार कर लिया।