बदायूं, 22 दिसम्बर। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में शनिवार को बिल्सी विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हरीश शाक्य सहित 16 लोगों के खिलाफ बलात्कार, धोखाधड़ी और धमकी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई। कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज की गई एफआईआर में भाजपा विधायक के साथ उनके भाई, भतीजे और कई व्यापारियों के भी नाम शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गत 11 दिसम्बर को एमपी/एमएलए कोर्ट बदायूं की अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और विशेष न्यायाधीश लीला चौधरी ने भाजपा विधायक और मामले में शामिल 15 अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था।
बदायूं एमपी/एमएलए कोर्ट का यह आदेश एक ग्रामीण द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद जारी किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि भाजपा विधायक के नेतृत्व वाला एक गिरोह उनसे जबरन वसूली कर रहा है। शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया गया है कि भाजपा विधायक और उनके दो सहयोगियों ने 17 सितम्बर को विधायक कैंप कार्यालय में उसकी पत्नी के साथ सामूहिक बलात्कार किया।
रिपोर्ट में बदायूं जिले के पुलिस प्रमुख बृजेश कुमार सिंह के हवाले से कहा गया है, ‘अदालत के आदेश के बाद शनिवार को सिविल लाइंस थाने में भाजपा विधायक हरीश शाक्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। अदालत को सूचित कर दिया गया है। सिविल लाइंस थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह जांच का नेतृत्व करेंगे।’
पुलिस के अनुसार आरोपितों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार, करोड़ों की धोखाधड़ी और पीड़ितों को धमकाने के आरोप हैं। इस मामले में भाजपा विधायक की ओर से अब तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। पुलिस के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि मामला ग्रामीण की जमीन से जुड़ा है।
शिकायत के अनुसार, ग्रामीण ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक और उनके सहयोगियों ने उसके व उसके परिवार को कम कीमत पर जमीन बेचने के लिए मजबूर किया। कम कीमत पर जमीन बेचने का विरोध करने पर उसे जान से मारने की धमकियां मिलीं। इसके अलावा, भाजपा विधायक और उनके सहयोगियों ने जमीन का एक निश्चित हिस्सा अवैध रूप से हासिल कर लिया।