हुलुनबुइर, 17 सितम्बर। भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने हीरो एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी (ACT) में मिली खिताबी जीत को टीम प्रयास का शानदार उदाहरण करार देते हुए प्रशंसकों, कोच व सहयोगी स्टाफ को धन्यवाद दिया है।
गौरतलब है कि पेरिस ओलम्पिक खेलों की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम ने आज ही दिन में प्रतियोगिता के आठवें संस्करण के संघर्षपूर्ण फाइनल में मेजबान चीन को 1-0 हराया और लगातार दूसरी बार व कुल पांचवीं बार चैम्पियन श्रेय अर्जित किया। जुगराज सिंह ने खेल के 51वें मिनट में मैच का इकलौता गोल किया।
दिलचस्प तो यह रहा कि छठ टीमों की राउंड रॉबिन लीग में भारत अजेय रहा और फिर सेमीफाइनल में कोरिया को 4-1 से धोकर लगातार छठी जीत से छठी बार फाइनल का सफर तय किया था। कुल मिलाकर देखें तो अजेय भारत ने सात मैचों में कुल पांच के मुकाबले कुल 25 गोल ठोके।
टूर्नामेंट के सात मैचों में खुद सात गोल करने वाले कप्तान हरमनप्रीत सिंह को ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ घोषित किया गया। चैम्पियंस ट्रॉफी ग्रहण करने के बाद हरमनप्रीत ने कहा, ‘चीन के खिलाफ एक कठिन फाइनल के बाद ACT पुनः प्राप्त करने पर गर्व है। हमेशा समर्थन के लिए प्रशंसकों का धन्यवाद और पर्दे के पीछे हमारे नायकों – कोच व सहयोगी कर्मचारियों का भी विशेष धन्यवाद! जय हिंद!’
युवा टीम के लिए आसान नहीं था यह टूर्नामेंट : कोच फुल्टन
वहीं भारतीय टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन का मानना है कि भारत ने भले ही अपराजेय रहकर ACT खिताब जीता हो, लेकिन उनकी युवा टीम के लिए यह आसान टूर्नामेंट नहीं था ।
फुल्टन ने फाइनल के बाद कहा, ‘हमारे लिए यह कठिन था । लेकिन आखिर में जीतना अच्छा रहा। हमें काफी मेहनत करनी होगी। हमने सात मैचों में अच्छी हॉकी खेली। आज ज्यादा गोल नहीं कर सके, लेकिन नतीजा हमारे पक्ष में रहा।’
पिछले दो माह काफी उतार-चढाव भरे रहे
क्रेग ने कहा कि पिछले दो माह उनके और टीम के लिए उतार-चढाव भरे रहे। उन्होंने कहा, ‘काफी उतार-चढाव रहे। पेरिस ओलम्पिक और फिर परिवार के साथ सिर्फ आठ दिन बिताने के बाद इस टूर्नामेंट की तैयारी। युवा टीम और कुछ नए खिलाड़ियों के साथ हम यहां आए। खिलाड़ी थके हुए थे, लेकिन फिर भी जीते जो अच्छी टीम की निशानी है।’