नई दिल्ली, 2 जुलाई। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं। इस निमित्त भाजपा खेमे ने तैयारी शुरू कर दी है। फिलहाल पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) पार्टी के मुखिया कैप्टन अमरिंदर संप्रति लंदन में रीढ़ की हड्डी की सफल सर्जरी के बाद स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं।
भाजपा नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने किया दावा
बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह स्वदेश लौटते ही वह भाजपा से औपचारिक रूप से जुड़ जाएंगे, जब उनकी पार्टी का भाजपा में विलय हो जाएगा। भाजपा की पंजाब इकाई के वरिष्ठ नेता हरजीत सिंह ग्रेवाल ने शनिवार को दावा किया कि कैप्टन की पार्टी का भाजपा में विलय होने के साथ ही उनकी उम्मीदवारी का भी एलान हो जाएगा।
भाजपा की ओर से अब तक आधिकारिक घोषणा नहीं
गौरतलब है कि कैप्टन के पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से बेहद ही अच्छे संबंध हैं। हालांकि कैप्टन की पार्टी के विलय के संबंध में भाजपा ने अभी आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन ग्रेवाल ने दावा किया कि इस संबंध में फैसला कर लिया गया है।
ग्रेवाल ने ही पूर्व में कहा था कि लंदन जाने से पहले अमरिंदर ने भाजपा के साथ अपनी पार्टी के विलय का इरादा जाहिर किया था। उन्होंने कहा कि अमरिंदर लंदन से लौटने के बाद भाजपा और पीएलसी के विलय की घोषणा करेंगे।
दो बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे अमरिंदर ने पिछले वर्ष मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद से कांग्रेस छोड़ दी थी और पीएलसी का गठन किया था। वहीं पीएलसी ने इसी वर्ष पंजाब विधानसभा चुनाव भाजपा और सुखदेव सिंह ढींडसा के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन में लड़ा था। हालांकि इस चुनाव में पीएलसी का कोई भी उम्मीदवार जीत दर्ज नहीं कर सका था। पूर्व सीएम अमरिंदर खुद भी पटियाला शहरी सीट से अपनी जमानत तक नहीं बचा सके थे।