नई दिल्ली, 18 मई। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए शनिवार को प्रचार थम गया। इस चरण में छह राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों की 49 सीटों पर 20 मई को मतदान होना है। इनमें हाई-प्रोफाइल रायबरेली, अमेठी और सारण (बिहार) सीटें भी शामिल हैं, जहां से क्रमशः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री क्रमश: स्मृति ईरानी और लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य मैदान में हैं।
अमेठी, रायबरेली और सारण समेत कई VIP सीटों पर नजर
केरल के वायनाड से लगातार दूसरी बार उम्मीदवार राहुल गांधी अबकी अमेठी छोड़ नेहरू-गांधी परिवार के दूसरे गढ़ माने जाने वाले रायबरेली से भी किस्मत आजमा हैं। इस सीट का प्रतिनिधित्व 2004 से उनकी मां सोनिया गांधी कर रही थीं। भाजपा ने यूपी के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है। वहीं अमेठी से स्मृति के, जिन्होंने 2019 में राहुल गांधी को हराया था, सामने इस बार गांधी परिवार के वफादार किशोरी लाल शर्मा चुनौती पेश कर रहे हैं।
पांचवें चरण में सबसे कम सीटों पर वोटिंग
देखा जाए तो पांचवें चरण में सबसे कम सीटों (49) पर मतदान होने जा रहा है। इनमें से 40 से अधिक सीटें एनडीए के पास हैं। जिन सीटों पर वोटिंग होनी है, उनमें महाराष्ट्र की 13, उत्तर प्रदेश की 14, पश्चिम बंगाल की सात, बिहार की पांच, झारखंड की तीन, ओडिशा की पांच और जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख की एक-एक सीट शामिल हैं। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के साथ ही ओडिशा विधानसभा चुनाव के लिए भी मतदान होना है।
कई मंत्रियों की किस्मत ईवीएम में होगी कैद
चुनाव के शुरुआती चार चरणों की भांति पांचवें चरण में भी कई मंत्रियों की किस्मत ईवीएम में कैद होने जा रही है। इस चरण में मोदी सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, कौशल किशोर, साध्वी निरंजन ज्योति, भानु प्रताप वर्मा और योगी सरकार के मंत्री दिनेश सिंह जैसे उम्मीदवार मैदान में हैं।
उनके अलावा पीयूष गोयल (मुंबई उत्तर, महाराष्ट्र), साध्वी निरंजन ज्योति (फतेहपुर, यूपी से) और शांतनु ठाकुर (बनगांव, पश्चिम बंगाल) एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान (हाजीपुर, बिहार), शिवसेना के श्रीकांत शिंदे (कल्याण, महाराष्ट्र), के राजीव प्रताप रूडी और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य (दोनों सारण, बिहार) जैसे नाम भी मैदान में हैं।
पश्चिम बंगाल में 90 हजार सुरक्षाकर्मी रहेंगे तैनात
इस बीच पश्चिम बंगाल के सात निर्वाचन क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पांचवें चरण में 57 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों को संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया है, जो इस चुनाव में अब तक सबसे अधिक है। एक अधिकारी ने बताया कि राज्य पुलिस के लगभग 30,000 कर्मियों के अलावा केंद्रीय बलों के 60,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है, जो राज्य में पिछले चार चरणों की तुलना में अधिक है।