नई दिल्ली, 8 अगस्त। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी। इनमें कांग्रेस के दिग्गज नेता व केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी की मृत्यु के बाद खाली हुई सीट भी शामिल है। इन सातों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव पांच सितम्बर को होंगे और वोटों की गिनती आठ सितम्बर को होगी।
इन विधानसभा सीटों पर होंगे उपचुनाव
जिन सात सीटों पर उपचुनाव कराये जाने हैं, उनमें त्रिपुरा की दो जबकि केरल, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में एक-एक सीट शामिल हैं। उपचुनाव की घोषणा के साथ ही आचार संहिता भी प्रभावी हो गई है। 17 अगस्त तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 21 अगस्त तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
ओमान चांदी के निधन से रिक्त हुई है केरल की पुथुपल्ली सीट
केरल की पुथुपल्ली सीट से ओमान चांडी के निधन से रिक्त हुई है। दो बार केरल के मुख्यमंत्री रहे चांडी का गत माह 18 जुलाई को 79 वर्ष की अवस्था में निधन हुआ था। उन्होंने रिकॉर्ड 50 वर्षों से अधिक समय तक पुथुपल्ली सीट का प्रतिनिधित्व किया।
झारखंड में डुमरी विधानसभा सीट मौजूदा विधायक जगरनाथ महतो के निधन से रिक्त हुई है जबकि त्रिपुरा में मौजूदा विधायक समसुल हक के निधन और प्रतिमा भौमिक के इस्तीफे के कारण क्रमशः बॉक्सनगर और धनपुर सीटों पर उपचुनाव होगा।
पश्चिम बंगाल में धुपगुड़ी विधानसभा सीट मौजूदा विधानसभा सदस्य बिष्णु पदा रे की मृत्यु के बाद खाली हो गई थी जबकि उत्तर प्रदेश में घोसी सीट सपा के दारा सिंह चौहान के इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के बाद रिक्त है। वहीं उत्तराखंड की बागेश्वर सीट मौजूदा विधायक चंदन राम दास के निधन के बाद खाली हुई थी।
घोसी में पुलिस प्रशासन ने शुरू कीं तैयारियां
इस बीच चुनाव का एलान होते ही घोसी में पुलिस प्रशासन ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। दारा सिंह चौहान ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर यहां से जीत
माना जा रहा है कि एक बार फिर भाजपा यहां से दारा सिंह चौहान को ही उतारेगी। उनके मंत्री बनने की भी पूरी संभावना है। चौहान इससे पहले भी योगी की पिछली सरकार में मंत्री थे। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा का साथ छोड़कर वह सपा के पाले में चले आए थे।
घोसी में पांच वर्ष में दूसरी बार उपचुनाव
देखा जाए तो घोसी में पांच वर्ष में दूसरी बार उपचुनाव होने जा रहा है। यहां से 2017 में चुनाव जीते भाजपा विधायक फागू चौहान को केंद्र सरकार ने 2019 में बिहार का राज्यपाल नियुक्त कर दिया था। इसके चलते यहां उपचुनाव हुआ। दूसरी बार अब विधायक दारा सिंह चौहान के विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देने के कारण उपचुनाव होने जा रहा है।