नई दिल्ली, 29 जून। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) आगामी एक जुलाई से बचत बैंक खाताधारकों के लिए नकद निकासी सहित कुछ अन्य नियमों में बदलाव करने जा रहा है। इसके तहत मूल बचत बैंक जमा (बीएसबीडी) खाताधारकों को अब एक माह में सिर्फ चार बार मुफ्त नकद निकासी की सुविधा मिलेगी। इससे ज्यादा बार नकद निकासी पर शुल्क लगेगा। इसके अलावा बैंक ऐसे ग्राहकों को एक वर्ष में एक बार 10 पन्ने का चेकबुक मुफ्त देगा। इसके अतिरिक्त चेक बुक लेने पर भी शुल्क लिया जाएगा।
एसबीआई ने एक वक्तव्य में कहा कि वह बैंक शाखाओं, एसबीआई एटीएम या अन्य बैंक के एटीएम से चार मुफ्त नकद निकासी से अधिक लेनदेन के लिए प्रति नकद निकासी पर 15 रुपये शुल्क लेगा और इस पर जीएसटी अतिरिक्त होगा।
वक्तव्य के अनुसार चेक बुक सेवाओं के लिए एक वित्त वर्ष में पहले 10 चेक निःशुल्क होंगे। उसके बाद चेकबुक के 10 पन्नों पर 40 रुपये और 25 पन्नों पर 75 रुपये का शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए जीएसटी अलग से जोड़ा जाएगा। हालांकि वरिष्ठ नागरिक ग्राहकों को चेक बुक सेवाओं पर छूट दी गई है।
अतिरिक्त मूल्य वर्धित सेवाओं पर भी शुल्क
बीएसबीडी खातों के लिए सेवा शुल्क में संशोधन के अनुसार स्टेट बैंक एक जुलाई 2021 से ‘अतिरिक्त मूल्य वर्धित सेवाओं’ के लिए 15 रुपये से 75 रुपये तक शुल्क लेगा। हालांकि बीएसबीडी खाताधारकों के लिए गैर-वित्तीय लेनदेन और हस्तांतरण लेनदेन शाखाओं, एटीएम, सीडीएम (नकद वितरण मशीन) पर मुफ्त होंगे।