मुंबई, 24 अक्टूबर। घरेलू शेयर बाजार ने बीते सप्ताह नये शिखर पर चढ़कर इतिहास रच दिया लेकिन निवेशकों के लिए यह खुशी अधिक समय तक बरकरार नहीं रह सकी और मुनाफावसूली के दबाव में यह चार सप्ताह से जारी तेजी को बनाये रखने में असफल रहा। अगले सप्ताह भी बाजार पर दबाव दिख सकता है लेकिन कंपनियों के तिमाही परिणाम से उसकी चाल तय होगी।
समीक्षाधीन अवधि में बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 62245.43 अंक के रिकार्ड स्तर पर पहुंचने के बाद बिकवाली का शिकार हो गया और मंगलवार को शुरू हुयी बिकवाली सप्ताहांत तक जारी रही, जिससे यह 484.33 अंक गिरकर 60821.62 अंक पर आ गया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी ने भी इस दौरान 18600 अंक के स्तर को पार किया लेकिन यह भी इस स्तर पर टिक नहीं पाया। बिकवाली के कारण यह 236.70 अंक गिरकर 18101.85 अंक पर आ गया। दिग्गज कंपनियों की तुलना में छोटी और मझौली कंपनियों में बिकवाली का ज्यादा दबाव देखा गया। इस दौरान बीएसई का मिडकैप 1133.05 अंक गिरकर 25566.04 अंक पर और स्मॉलकैप 1556.75 अंक उतरकर 28336.31 अंक पर रहा। बीते सप्ताह विदेशी संस्थागत निवेशक और घरेलू संस्थागत निवेशक दोनों ही बिकवाल रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों ने जहां 7350 करोड़ रुपये की वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 4500 करोड़ रुपये की बिकवाल की।
विश्लेषकों का कहना है कि अगले सप्ताह वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी का असर बाजार पर दिख सकता है। निवेशक पूंजी बाजार से बिकवाली कर तेल की ओर रुख कर सकते हैं, जिससे शेयर बाजार पर दबाव बन सकता है। हालांकि उनका कहना है कि इसके साथ ही घरेलू स्तर पर कंपनियों के तिमाही परिणाम का असर दिख सकता है। शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज और शनिवार को आईसीआईसीआई बैंक के परिणाम जारी हुये। सोमवार को बाजार पर इनका असर दिख सकता है।
रिलायंस का परिणाम उम्मीद से बेहतर रहा है और और आईसीआईसीआई बैंक का प्रदर्शन भी आशा के अनुरूप रहा है। उनका कहना है कि अगले सप्ताह टेक महिंद्रा, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, कोटक बैंक, बजाज ऑटो, एलएंडटी, आईटीसी, मारूति सुजुकी, टाइटन, टाटा पावर, वेदांता, डॉ. रेड्डी, इंडिगो, इंड्सइंड बैंक आदि के परिणाम आने हैं और इसका असर बाजार पर दिखेगा। इसके साथ ही कंपनियों के प्रारंभिक सार्वजिनक निर्गम भी खुलने वाले हैं।