नालंदा, 11 फरवरी। बिहार के नालंदा जिले में जहरीली शराब पीन से 12 लोगों की मौत के बाद प्रशासन की ओर से शुक्रवार को कड़ी कार्ररवाई की गई और 19 शराब कारोबारियों के घरों को बुल्डोजर से ध्वस्त कर दिया गया। यह काररवाई सोहसराय थाना क्षेत्र स्थित छोटी पहाड़ी इलाके में की गई। इस मामले में अब तक 19 शराब धंधेबाजों की पहचान कर उन्हें
राज्य में शराब से मौत के मामले में पहली बार ऐसी सख्ती
जिला प्रशासन ने सभी 19 शराब धंधेबाजों के घरों पर अवैध निर्माण का नोटिस चस्पा कर जवाब मांगा था। समय पर उन लोगों के द्वारा मकान संबधी किसी तरह के कोई कागजात प्रस्तुत नहीं करने पर उनके घरों के ध्वस्तीकरण की काररवाई की गई। शराब पीने से हुई मौत के बाद राज्य का यह पहला मामला है, जिसमें धंधेबाजों के मकानों को तोड़ा गया है।
सुनीता मैडम के घर से हुई ध्वस्तीकरण की शुरुआत
मकानों को तोड़ने की शुरुआत मुख्य धंधेबाज सुनीता मैडम के घर से की गई। इस दौरान पुलिस ने सुनीता के घर से एक कट्टा भी बरामद किया। अनुमंडल पदाधिकारी कुमार अनुराग के नेतृत्व में की गई इस काररवाई के दौरान किसी तरह का कोई परेशानी न हो,
शराब कांड के बाद जिला प्रशासन ने 1,200 लोगों से मांगे थे जमीन संबंधित कागजात
हालांकि, जहरीली शराब कांड के बाद जिला प्रशासन द्वारा इलाके का सर्वे कर करीब 1,200 से अधिक लोगों को नोटिस भेजकर जमीन संबंधित कागजातों की मांग की थी। फिलहाल काफी हंगामे के बाद प्रशासन ने सिर्फ जहरीली शराब कांड के आरोपितों के घरों को तोड़ने की बात कही थी।
जिन धंधेबाजों के मकानों को तोड़ा गया है, उनमें सुनीता देवी उर्फ मैडम, सूरज कुमार, नगीना चौधरी, संतोष चौधरी, अंडा चौधरी, देवानंद पासवान, आकाश पासवान, विकास पासवान, जितेंद्र कुमार उर्फ बोकरा, कारू पासवान, जितेंद्र चौधरी, रंजीत पासवान, पुकार विंद, चिंटू कुमार, पंकज पंडित, संजय पासवान उर्फ भोमा, मीना देवी उर्फ बुढिया, मितु चौधरी और चंदन पासवान शामिल हैं। ये लोग अवैध रूप से पहाड़ी इलाके में घर बना कर रह रहे थे।