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बुर्ज खलीफा के निर्माता श्रीनगर में बनाएंगे शॉपिंग माल व बहुद्देश्शीय टॉवर

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श्रीनगर, 19 मार्च। जम्मू-कश्मीर में वर्ष 2019 में धारा 370 को निरस्त करने के बाद केंद्रशासित राज्य को पहली बार प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मिला है। बुर्ज खलीफा के निर्माताओं ने रविवार को जम्मू और कश्मीर में अपना औपचारिक निवेश किया। यह विदेशी निवेश एक शॉपिंग मॉल और एक बहुद्देशीय टॉवर के रूप में आया है, जिसे श्रीनगर के बाहरी इलाके में निर्मित किया जाएगा।

अनुच्छेद 370 निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर को मिला पहला एफडीआई

लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने घाटी में 10,000 से अधिक रोजगार सृजित करने की परिकल्पना वाली 500 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए भूमि पूजन समारोह किया। एमार समूह के सीईओ अमित जैन, बॉलीवुड अभिनेता विवेक ओबेरॉय और नीतू चंद्रा ‘भूमिपूजन’ और शिलान्यास समारोह में उपस्थित थे। एलजी ने एएमएएआर समूह – दुबई मॉल और बुर्ज खलीफा के निर्माताओं से तीन वर्ष की समय सीमा से पहले परियोजना को पूरा करने को कहा है।

मनोज सिन्हा ने कहा, ‘यदि संसद परिसर डेढ़ वर्ष के भीतर पूरा किया जा सकता है, तो हम निश्चित रूप से इसके पहले पूरा होने की उम्मीद कर सकते हैं।’ वहीं जैन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में उनकी कम्पनी के निवेश का रिपल इफेक्ट होगा। उन्होंने कहा कि निवेश किया गया प्रत्येक रुपया नौ रुपये का और निवेश लाएगा। इस 500 करोड़ रुपये के निवेश से 5,000 करोड़ रुपये का निवेश होना चाहिए। वहीं उनसे जब यह पूछा गया कि क्या उनकी कम्पनी जम्मू-कश्मीर में अन्य क्षेत्रों में निवेश करने पर विचार कर रही है, इसपर जैन ने कहा कि खाड़ी क्षेत्र की अन्य कम्पनियां भी ऐसी संभावनाएं तलाश रही हैं।

दुबई वर्ल्ड रसद केंद्र स्थापित करने पर विचार कर रहा

उन्होंने कहा कि कुछ एमिरेट्स एयरलाइंस हैं, जो यहां अपना केंद्र स्थापित कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह परियोजना अभी शुरुआत कर रही है और सऊदी अरब जैसे अन्य देशों से निवेशक ला सकती है। यह पूछे जाने पर कि क्या कश्मीर अगला दुबई हो सकता है, जैन ने कहा, ‘क्यों नहीं? आकाश सीमा है और हमें यही लक्ष्य रखना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि कम्पनी स्थानीय लोगों को रोजगार देगी।

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