नई दिल्ली, 2 जनवरी। वर्ष 2023 के लिए संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होने और छह अप्रैल को समाप्त होने की संभावना है। इस क्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को संसद में केंद्रीय बजट पेश करेंगी और सत्र का पहला भाग 10 फरवरी तक चलने की उम्मीद है। एक अवकाश के बाद बजट सत्र का दूसरा भाग छह मार्च को शुरू होने और छह अप्रैल को समाप्त होने की संभावना है।
पहले दिन दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा
सरकारी अधिकारियों के हवाले से सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। अधिकारियों ने यह भी कहा है कि बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा। संसद के बजट सत्र की शुरुआत संसद के सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ हो सकती है। विशेष रूप से यह राष्ट्रपति मुर्मू का संसद के दोनों सदनों में पिछले साल अगस्त में शीर्ष पद पर पहुंचने के बाद से पहला संबोधन होगा।
बजट सत्र के पहले भाग के दौरान, दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा होती है और उसके बाद केंद्रीय बजट पर चर्चा होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे, वहीं वित्त मंत्री केंद्रीय बजट पर बहस का जवाब देंगी। बजट सत्र के दूसरे भाग के दौरान, सरकार के विधायी एजेंडे के अलावा विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा पर प्रमुख ध्यान दिया जाता है। केंद्रीय बजट, एक धन विधेयक, सत्र के इस भाग के दौरान पारित किया जाता है।
बजट सत्र का दूसरा भाग नए संसद भवन में आयोजित किए जाने की उम्मीद
नए संसद भवन का काम सेंट्रल विस्टा डेवलपमेंट के हिस्से के रूप में किया जा रहा है। संसद के निर्माण में शामिल लोगों को भरोसा है कि बजट सत्र का दूसरा भाग नए संसद भवन में आयोजित किया जा सकता है। पिछले सत्र के दौरान, लोकसभा में नौ बिल पेश किए गए और सात बिल संसद के निचले सदन द्वारा पारित किए गए। राज्य सभा ने नौ विधेयक पारित किए और सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयकों की कुल संख्या नौ थी।