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बसपा सांसद दानिश अली निलंबित, पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर हुई काररवाई

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नई दिल्ली, 9 दिसम्बर। मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अमरोहा के अपने सांसद कुंवर दानिश अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया है। इस निर्णय की जानकारी शनिवार को पार्टी की एक विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई।

पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सतीश चंद्र मिश्र द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है, ‘आपको कई बार मौखिक रूप से कहा गया था कि आपको पार्टी की नीतियों, विचारधारा और अनुशासन के खिलाफ कोई बयान या कार्रवाई नहीं करनी चाहिए, इसके बावजूद आप लगातार पार्टी के खिलाफ काम कर रहे हैं।’

कांग्रेस से नजदीकियां बनी निलंबन की वजह?

बसपा सूत्रों का कहना है कि दानिश अली जिस तरीके से संसद में कांग्रेस के साथ खड़े नजर आए, यही बात काररवाई की सबसे बड़ी वजह बनी है। बसपा ने कई बार दानिश अली को हिदायत दी थी और कहा था कि पार्टी उनके मुद्दे पर उनके साथ है, इसके बावजूद दानिश अली लगातार कांग्रेस के साथ खड़े दिखाई दे रहे थे और कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी थी। उन्हें निकाले जाने की सबसे बड़ी वजह यही बताई जा रही है।

उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा लोकसभा से निष्कासित किए जाने के बाद संसद की सीढ़ियों पर मीडिया के सामने जब भाजपा सरकार और लोकसभा की आचार समिति के खिलाफ भड़ास निकाल रही थीं, तब अन्य नेताओं के साथ दानिश अली भी नजर आए थे। उस समय महुआ ने दानिश अली का जिक्र कर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी का नाम लिया था, जिन्होंने भरी संसद में दानिश अली को अपशब्द कहे थे।

महुआ के निष्कासन के बाद संसद के बाहर गले में तख्ती लटकाए दिखे थे दानिश अली

महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद होने पर तमाम विपक्षी सांसद संसद भवन के बाहर जब नारेबाजी कर रहे थे। बीएसपी सांसद दानिश अली गले में तख्ती लटकाए नजर आए। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मैंने यह पोस्टर इसलिए लगाया है क्योंकि एथिक्स कमिटी ने अपनी सिफारिश में मेरा भी जिक्र किया है, क्योंकि मैं उन्हें (महुआ मोइत्रा) न्याय दिलाना चाहता हूं।’

दानिश अली ने यह भी कहा था – ‘संसद तब अपमानित नहीं हुई थी क्या, जब रमेश बिधूड़ी ने मुझे इतने अपमानजनक शब्द बोले थे। अब महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद कर दी गई है। क्या इससे संसद अपमानित नहीं हुई। आज गांधी और अंबेडकर की आत्मा रो रही होगी।’

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