लखनऊ, 11 सितम्बर। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार को मंहगाई का हवाला देकर कोरोना काल में शुरु की गई ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के तहत गरीबों को मिलने वाले मुफ्त राशन को बंद नहीं करने की मांग की है।
मायावती ने रविवार को कहा कि यदि मुफ्त राशन के वितरण को बंद किया गया तो यह गरीबों के प्रति अन्यायपूर्ण होगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘देश की विशाल आबादी जबर्दस्त महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी आदि की समस्या से आज भी लगभग वैसी ही दुःखी व त्रस्त है, जैसे कोरोना काल से ही झेलने को मजबूर है। अतः पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मिलने वाला मुफ्त राशन बंद करके इनके मुंह का निवाला छीनना अनुचित व अन्यायपूर्ण होगा।’
गौरतलब है कि केंद्र एवं राज्य सरकारों ने इस योजना को तीन महीने के लिए बढ़ाकर इसकी मियांद सितम्बर तक कर दी थी। तमाम राज्य सरकारें इस योजना को और आगे बढ़ाने का केंद्र सरकार पर दबाव डाल रही हैं।
2.यही मुख्य कारण है कि विभिन्न राज्यों की सरकारें इस अन्न योजना को सितम्बर महीने के बाद आगे और भी समय तक जारी रखने का दबाव केन्द्र सरकार पर बना रही हैं। वैसे भी केन्द्र की सरकार को, व्यापक जनहित के मद्देनजर, इस पर समुचित व सहानुभूतिपूर्वक ध्यान जरूर देना चाहिए, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) September 11, 2022
मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘यही मुख्य कारण है कि विभिन्न राज्यों की सरकारें इस अन्न योजना को सितम्बर महीने के बाद आगे और भी समय तक जारी रखने का दबाव केंद्र सरकार पर बना रही हैं। वैसे भी केंद्र की सरकार को व्यापक जनहित के मद्देनजर, इस पर समुचित व सहानुभूतिपूर्वक ध्यान जरूर देना चाहिए, बीएसपी की यह मांग।’