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ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक बोले – ‘मैं भारत को नहीं बताऊंगा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर उसे क्या रुख अपनाना चाहिए’

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नई दिल्ली, 8 सितम्बर। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने शुक्रवार को कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए भारत सही समय पर सही देश है। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली पहुंचने के बाद सुनक ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘G20 भारत के लिए एक बड़ी सफलता रही है। मुझे लगता है कि हमारे पास विचार-विमर्श करने और फैसला लेने के लिए अगले कुछ दिन बहुत अच्छे साबित होंगे।’

इस दौरान भारतीय-मूल के ब्रिटिश पीएम ने साफ कर दिया कि वे भारत को ये नहीं बताएंगे कि उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर क्या रुख अपनाना चाहिए। दरअसल सुनक रूस और यूक्रेन युद्ध पर भारत के रुख से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘देखिए, यह मेरा काम नहीं है कि मैं भारत को बताऊं कि उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर क्या रुख अपनाना चाहिए। हालांकि मुझे पता है कि भारत अंतरराष्ट्रीय कानून व्यवस्था, संयुक्त राष्ट्र चार्टर और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान की सही परवाह करता है। मुझे लगता है कि ये ऐसी चीजें हैं, जो सार्वभौमिक मूल्य हैं, जिन्हें हम सभी साझा करते हैं। वे चीजें हैं, जिन पर मैं विश्वास करता हूं, और मैं जानता हूं कि भारत भी उन चीजों में विश्वास करता है।’

ऋषि सुनक ने कहा, ‘जब यूक्रेन और रूस की बात आती है तो मैं उस भयानक प्रभाव को उजागर करूंगा, जो रूस के अवैध आक्रमण से दुनिया भर के लाखों लोगों पर पड़ रहा है, खासकर खाद्य कीमतों पर। रूस हाल ही में अनाज सौदे से पीछे हट गया है। हम यूक्रेन से दुनिया भर के कई गरीब देशों में अनाज भेज रहे हैं और अब आपने देखा है कि खाद्य कीमतें बढ़ गई हैं। जिससे लाखों लोगों को परेशानी हो रही है। यह सही नहीं है। जो काम मैं करूंगा उनमें से एक है लोगों को रूस के अवैध युद्ध के प्रभाव के बारे में जागरूक करना।’

खालिस्तान समर्थक उग्रवाद से निबटने के लिए भारत के साथ मिलकर काम कर रहे

पीएम सुनक ने यूनाइटेड किंगडम में खालिस्तान समर्थक तत्वों से जुड़ी घटनाओं की भी चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘यह वास्तव में एक महत्वपूर्ण प्रश्न है और मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि यूके में किसी भी प्रकार का उग्रवाद या हिंसा स्वीकार्य नहीं है। इसीलिए हम विशेष रूप से ‘PKE’ खालिस्तान समर्थक उग्रवाद से निबटने के लिए भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि यह सही है। हमारे सुरक्षा मंत्री हाल ही में भारत में अपने समकक्षों से बात कर रहे थे। हमारे पास खुफिया जानकारी और जानकारी साझा करने के लिए एक साथ कार्य करने वाले समूह हैं, जिससे हम इस तरह के हिंसक उग्रवाद को जड़ से खत्म कर सकें। यह सही नहीं है और मैं इसे यूके में बर्दाश्त नहीं करूंगा।’

व्यापक और महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते को संपन्न होते देखने के इच्छुक

व्यापार समझौते पर सुनक ने कहा, ‘मोदी जी और मैं दोनों हमारे दोनों देशों के बीच एक व्यापक और महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते को संपन्न होते देखने के इच्छुक हैं…व्यापार सौदों में हमेशा समय लगता है। दोनों देशों को उस पर काम करना होता है। हालांकि हमने काफी प्रगति की है, लेकिन अब भी कड़ी मेहनत बाकी है।’

G20 भारत की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम’ पर ब्रिटिश पीएम ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह एक बेहतरीन विषय है। जब आप ‘एक परिवार’ कहते हैं, तो मैं उस अविश्वसनीय जीवंत पुल का उदाहरण हूं, जिसका वर्णन प्रधानमंत्री मोदी ने यूके और भारत के बीच किया है – यूके में मेरे जैसे लगभग 2 मिलियन भारतीय मूल के हैं। इसलिए, ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में उस देश में रहना मेरे लिए बहुत खास है जहां से मेरा परिवार है।’

मेरे मन में मोदी जी के प्रति बहुत सम्मान है

पीएम मोदी के साथ समीकरण पर ऋषि सुनक ने कहा, ‘मेरे मन में मोदी जी के प्रति बहुत सम्मान है और वह व्यक्तिगत रूप से मेरे प्रति बहुत स्नेही रहे हैं। हम भारत और यूके के बीच एक महत्वाकांक्षी और व्यापक व्यापार समझौते को पूरा करने की अपनी साझा महत्वाकांक्षा पर बहुत कड़ी मेहनत कर रहे हैं, क्योंकि हम दोनों सोचते हैं कि यह एक अच्छी बात होगी और हम दोनों को इसे सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। इस तरह के मंचों पर, मैं यह सुनिश्चित करने में प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करने के लिए बहुत उत्सुक हूं कि यह G20 भारत के लिए एक बड़ी सफलता है।’

मैं एक गौरवान्वित हिन्दू हूं और इसी तरह मेरा पालन-पोषण हुआ है

हिन्दू धर्म से अपने जुड़ाव पर पीएम सुनक ने कहा, ‘मैं एक गौरवान्वित हिन्दू हूं और इसी तरह मेरा पालन-पोषण हुआ है, मैं ऐसा ही हूं। मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों तक मेरे यहां रहने के दौरान मैं किसी मंदिर के दर्शन कर सकूंगा। अभी रक्षा बंधन था, जिसमें मेरी बहनों ने मुझे राखी बांधी, मेरे पास दूसरे दिन ठीक से जन्माष्टमी मनाने का समय नहीं था, लेकिन उम्मीद है जैसा कि मैंने कहा कि हम अगर किसी मंदिर जाएं तो मैं इसकी भरपाई कर सकूंगा। मेरा मानना है कि आस्था एक ऐसी चीज है, जो हर उस व्यक्ति की मदद करती है, जो अपने जीवन में आस्था रखता है…’

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