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ब्रिटिश खुफिया एजेंसी की चेतावनी : दुनिया पर फिर मंडरा रहा 9/11 जैसे हमले का खतरा

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लंदन, 11 सितम्बर। ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI-5 के प्रमुख केन मैकालम ने विश्वभर के देशों को चेतावनी देते हुए कहा है अफगानिस्तान की तालिबानी सरकार अमेरिका, ब्रिटेन सहित पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। इस सरकार से 9/11 जैसे आतंकी हमलों का खतरा भी पैदा हो गया है।

अमेरिका में 9/11 हमले की 20वीं बरसी

गौरतलब है कि अलकायदा के 19 आतंकियों ने 11 सितम्बर, 2001 को चार विमानों को अपहरण कर उन्हें न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स और पेंटागन सहित चार जगहों पर टकरा दिया था। उन हमलों में आतंकियों सहित तीन हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे। उस भयावह हमले की आज 20वीं बरसी है।

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से आतंकियों का हौसला बढ़ा

9/11 की बरसी पर बीबीसी को दिए इंटरव्यू में मैकालम ने कहा कि अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा दुनिया को एक नए संकट की तरफ धकेल सकता है। नाटो सैनिकों की वापसी के बाद  आतंकियों का हौसला बढ़ा है, इसलिए दुनिया को उनसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। अफगानिस्तान से बड़ी चिंता यह आ रही है, आतंकी कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित होंगे और एक सुनियोजित साजिश के साथ 9/11 जैसे हमलों को अंजाम दे सकते हैं।

ब्रिटेन ने पिछले 4 वर्षों में नाकाम किए 31 आंतकी हमले

मैकालम ने यह भी बताया कि ब्रिटेन की पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने पिछले चार वर्षों में 31 आतंकी हमलों को नाकाम किया है। ज्ञातव्य है कि ब्रिटेन ने पिछले दो दशकों में इस्लामी सोच से प्रेरित चरमपंथियों के कई हमले देखे हैं। देश में सबसे घातक आतंकी हमला सात जुलाई, 2005 को हुआ था, जब चार आत्मघाती हमलावरों ने लंदन में मेट्रो ट्रेनों और एक बस को निशाना बनाकर 52 यात्रियों की हत्या कर दी थी।

अमेरिकी विशेषज्ञों ने भी सरकार को किया आगाह

उधर अमेरिका को भी चिंता है कि आतंकी उसके खिलाफ कोई बड़ी साजिश रच सकते हैं। अमेरिकी विशेषज्ञों ने इस संबंध में सरकार को आगाह भी किया है।

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