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बृजभषण शरण सिंह ने गोंडा में दिखाई ताकत, बोले -1971 में मोदी पीएम होते तो पाक और चीन से मुक्त करा लेते जमीन

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गोंडा, 11 जून। कैसरगंज से भाजपा सांसद और (भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों के साथ चल रहे विवाद के बीच रविवार को अपनी ताकत दिखाई और जिले के बालपुर में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ के बीच कांग्रेस को कठघरे में खड़ा किया।

अपना 23 मिनट का भाषण उर्दू शायरी से शुरू कर रामचरित मानस की चौपाई से उसका अंत करने वाले बृजभूषण सिंह ने कहा कि यदि 1971 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री रहे होते तो पाकिस्तान द्वारा 1947 में और चीन द्वारा 1962 में हड़पी गई जमीन को मुक्त करा लिया होता।

भाजपा नेता ने कहा, ‘1947 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, देश का बंटवारा हुआ, जिसका घाव अभी तक भरा नहीं है। जब कांग्रेस सत्ता में थी, पाकिस्तान द्वारा आक्रमण कर 78,000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली गई। 1962 में जब कांग्रेस सत्ता में थी, चीन ने हम पर हमला किया और 33,000 वर्ग किलोमीटर जमीन हड़प ली।”

बृजभूषण सिंह ने कहा, ‘1971 में एक अप्रत्याशित घटना में 92,000 पाकिस्तानी सैनिकों को भारतीय सेना द्वारा युद्ध बंदी बना लिया गया, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पुराना हिसाब निबटाए बगैर उन्हें छोड़ दिया। यदि मोदी जैसा प्रधानमंत्री होता तो कब्जा की गई जमीन मुक्त करा ली गई होती।’ उन्होंने 1975 में देश में आपातकाल लागू करने का कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा, ‘कांग्रेस ने 1984 में सिख विरोधी दंगों में सिखों का नरसंहार कराया।’

उन्होंने कहा, ‘शुरुआत में हम यह मांग उठाया करते थे कि जहां बलिदान (श्यामा प्रसाद) मुखर्जी हुए, वह कश्मीर हमारा है। हम आज भी गर्व से यह दोहराते हैं और पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की वजह से यह संभव हुआ है।’

डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने भाषण में पहलवानों का कहीं जिक्र नहीं किया

हालांकि, डब्ल्यूएफआई प्रमुख ने अपने भाषण में पहलवानों का कहीं जिक्र नहीं किया। उल्लेखनीय है कि दो जून को अयोध्या जिला प्रशासन ने यौन शोषण मामले में आरोपित बृजभूषण शरण सिंह को पांच जून की रैली की अनुमति नहीं दी थी। तब बृजभूषण शरण ने कहा था कि उनके खिलाफ पहलवानों के आरोपों की चल रही जांच की वजह से राम कथा पार्क में होने वाली जन चेतना महारैली कुछ दिनों के लिए टाल दी गई है।

उल्लेखनीय है कि विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक समेत प्रमुख पहलवानों ने सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है और 23 अप्रैल से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि आठ जून को एक नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा कि उन्होंने सिंह के खिलाफ पुलिस में जान बूझकर एक झूठी शिकायत की। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा प्रदर्शनकारी पहलवानों को दिए गए आश्वासन के मुताबिक, यौन उत्पीड़न की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने 200 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं और वह 15 जून को आरोप पत्र दाखिल करेगी। पहलवानों ने तब तक के लिए अपना विरोध टालने पर सहमति जताई है।