नई दिल्ली, 7 अप्रैल। संसद के बजट सत्र के बाद दोनों सदनों – लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार को निर्धारित तिथि से एक दिन पहले अनिश्चितकाल के स्थगित कर दी गई।
सत्र के दौरान लोकसभा की उत्पादकता 129 फीसदी रही
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सभी सदस्यों को सदन की कार्यवाही में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि बजट सत्र के दौरान सदन की उत्पादकता 129 फीसदी रही। सत्र के दौरान 27 बैंठकें हुईं और 177 घंटे 50 मिनट तक चर्चा चली।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर 15 घंटे 13 मिनट तक चर्चा हुई ओम बिरला ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संसद के दोनों सदनों को 31 जनवरी को संयुक्त रूप से संबोधित करने के बाद राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दो, तीन और सात फरवरी को 15 घंटे 13 मिनट तक चर्चा हुई और सात फरवरी को प्रस्ताव ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
बजट पर 15 घंटे 33 मिनट तक चर्चा हुई
उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट पर 15 घंटे 33 मिनट तक चर्चा हुई। अनुदान मांगों पर लगभग 13 घंटे तक चर्चा चली। राजमार्ग मंत्रालय में अनुपूरक मांगों पर 11 घंटे और वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की अनुदान मांगों पर भी लम्बी चर्चा चली। अन्य सभी मंत्रालयों के लिए 23 मार्च को गिलोटिन पारित हुआ।
राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू ने की घोषणा
उधर उच्च सदन यानी राज्यसभा की बैठक भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। सभापति एम. वेंकैया नायडू ने शून्यकाल के दौरान यह घोषणा की।