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बॉलीवुड एक्टर गोविंदा फिर राजनीति में उतरे, अब शिवसेना शिंदे गुट में शामिल, लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव

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मुंबई, 28 मार्च। बॉलीवुड अभिनेता और गोविंदा 14 वर्षों बाद एक बार फिर राजनीति में उतर आए हैं। दो दशक पहले कांग्रेस सांसद रहे इस 60 वर्षीय सितारे ने गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना की सदस्यता ग्रहण की।

2004 में राम नाइक को हराकर कांग्रेस सांसद बने थे गोविंदा

चर्चा है कि उन्हें मुंबई उत्तर पश्चिम में शिव सेना के उद्धव बालासाहेब ठाकरे के उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर के खिलाफ मैदान में उतारा जा सकता है। गोविंदा ने वर्ष 2009 में मुंबई उत्तर सीट के कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में भाजपा के दिग्गज नेता राम नाइक को हराया था। लेकिन कार्यकाल खत्म होने के बाद गोविंद राजनीति भी विमुख हो गए थे। फिर कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ वर्षों बाद उन्होंने कहा था कि राजनीति में शामिल होना एक बड़ी गलती थी।

राजनीति में शामिल होने को बड़ी गलती बता चुके हैं

उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते गोविंदा ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी। इसके बाद ही उनकी पार्टी में एंट्री पर मुहर लग गई थी। आखिरकार गुरुवार को उन्होंने भगवा थाम लिया और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लिया। शिंदे ने पार्टी में शामिल होते ही गोविंदा को स्टार प्रचारक घोषित कर दिया।

एक दिन पहले हेगड़े से मिले थे गोविंदा

इससे पहले गोविंदा ने बुधवार रात शिवसेना पदाधिकारी और पूर्व विधायक कृष्णा हेगड़े से मुलाकात की थी। हेगड़े ने कहा था कि गोविंदा ने राष्ट्रीय स्तर पर काम करने की इच्छा जताई थी। गुरुवार को औपचारिक रूप से शिवसेना में शामिल होने के बाद गोविंदा ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह 14 वर्षों के ‘जंगल’ के बाद सक्रिय राजनीति में प्रवेश कर रहे हैं।

उद्धव ठाकरे की बढ़ेगी टेंशन

गौरतलब है कि शिवसेना के उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट ने उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से अमोल कीर्तिकर को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, महायुति की ओर से उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है। अब गोविंदा ने बाला साहेब भवन में शिंदे गुट में शामिल होकर चुनाव लड़ने के संकेत दिए।

मुंबई की नॉर्थ वेस्ट सीट से मिलेगा मौका

दरअसल मुंबई की नॉर्थ वेस्ट सीट से सांसद गजानन कीर्तिकर फिलहाल शिंदे गुट में हैं, इसलिए यहां यह सीट शिंदे गुट के लिए छोड़ी जाएगी। लेकिन गजानन कीर्तिकर की उम्र को देखते हुए उन्हें दोबारा मौका नहीं दिया जाएगा। उनके बेटे अमोल कीर्तिकर को उद्धव ठाकरे ने उम्मीदवार बनाया है। शिंदे गुट यहां से चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार की तलाश में था। ऐसे में गोविंदा की पार्टी में एंट्री से उनका चुनावी मैदान में होना तय है।

गोविंदा ने की एकनाथ शिंदे की तारीफ

एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना में शामिल होने के बाद गोविंदा ने कहा, ‘जब से एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने हैं, मुंबई में सौंदर्यीकरण बढ़ गया है। विकास कार्यों की गति बढ़ी है। मैं उनसे काफी प्रभावित हूं। मुझे खुशी है कि मुझे उनके नेतृत्व में काम करने का मौका मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह एकनाथ शिंदे की छवि साफ-सुथरी है।’

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