मुंबई। एक्टर अभिमन्यु दसानी फिल्म निकम्मा से दर्शकों के बीच वापस लौट रहे हैं। उन्होंने साल 2018 में फिल्म मर्द को दर्द नहीं होता से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इस फिल्म के लिए अभिमन्यु को फिल्मफेयर बेस्ट डेब्यूडेंट का अवॉर्ड भी मिला था। इसके बाद एक्टर मिनाक्षी सुंदरेश्वर में काम किया और अब इस फिल्म में नजर आएंगे। मशहूर अदाकारा भाग्यश्री के बेटे अभिमन्यु दसानी की एक्टिंग को क्रिटिक्स और फैंस से अच्छा रिस्पॉन्स मिला लेकिन लोगों ने उन्हें बतौर स्टार किड पसंद नहीं किया। इस बारे में खुद एक्टर ने अब खुलकर बात की है और बताया है कि लोगों ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया।
- इनसाइडर होने का भी है नुकसान
अभिमन्यु दसानी ने न्यूज पोर्टल बॉलीवुड हंगामा को दिए इंटरव्यू में नेपोटिज्म को लेकर बात की। एक्टर ने कहा, ‘मुझे इनसाइडर होने के कुछ नुकसान भी है जैसे आउटसाइडर होने के होते हैं। मैं सुबह कई सारे मैसेज के साथ उठता हूं, जो गालियों से भरे हुए होते हैं। लोग मुझसे कहते हैं कि मैं यहां के लायक नहीं हूं। ये अभी भी होता है और मुझे लगता है कि ये काफी अजीब है। मुझे उन लोगों को खुद को साबित करना है जो फिल्मों के बारे में कुछ नहीं जानते हैं।’
- 15 साल की उम्र से शुरू किया काम
एक्टर ने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि ये भी लाइफ या गेम का एक हिस्सा है और मुझे स्टार किड होने का ये नुकसान है। जैसे कि आउटसाइडर होने के नुकसान होते हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने 15 साल की उम्र में अपने पैरेंट्स से पैसे न लेने का फैसला कर लिया था और पैदल ही चल दिया था। लेकिन फिर मेरे पास रिक्शॉ करने के भी पैसे नहीं थे। मैंने खुद को समझा और मैंने जाना कि मुझे लाइफ में क्या करना है। मैं सेट पर जाता था, जहां मुझे अच्छा लगता था। मैंने 15 साल की उम्र में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया था।’
- दो फिल्मों को किया असिस्ट
बता दें, फिल्मों में आने से पहले अभिमन्यु दसानी ने फिल्म दम मारो दम और नौटंकी साला के लिए डायरेक्टर रोहन सिप्पी के साथ बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया था। फिल्म निकम्मा में अभिमन्यु के अलावा एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी, शर्ले सेतिया भी लीड रोल में हैं।