देहरादून, 31 अक्टूबर। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की चकराता तहसील में रविवार को पूर्वाह्न एक भयावह सड़क हादसा हो गया, जब एक अनियंत्रित बोलेरो 400 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई जबकि अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। सभी मृतकों के शव खाई से बरामद कर लिए गए हैं। जिला प्रशासन की ओर से दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
यह हादसा चकराता के सुदूरवर्ती इलाके त्यूनी रोड पर पूर्वाह्न करीब दस बजे हुआ, जब भरम खत के बायला गांव से विकासनगर जा रही बोलेरो बायला-पिंगुवा मार्ग पर अनियंत्रित हो गई और गहरी खाई में जा गिरी। उक्त वाहन में 15 लोग सवार थे।
पुलिस-प्रशासन की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुटी
हादसे के बाद पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी। स्थानीय लोग भी राहत-बचाव कार्य में लगे रहे। सूचना पाकर देहरादून से एसडीआरएफ, जिला पुलिस और फायर ब्रिगेड के राहत-बचाव दल मौके के लिए रवाना हो गए थे। एसपी ग्रामीण स्वतंत्र कुमार सिंह ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जताया शोक
इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से मृतकों की आत्मा को शांति और परिजनों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। उन्होंने जिला प्रशासन से राहत एवं बचाव अभियान को तेज करने और घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता मुहैया कराने को कहा है।
वहीं सड़क हादसे की सूचना के बाद कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह मौके पर पहुंचे।
घायलों का चकराता अस्पताल में चल रहा इलाज
घटना की सूचना पाकर बायला, बुल्हाड़, आसोई, बेगी व आसपास के ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने स्वयं राहत-बचाव अभियान चलाकर खाई में फंसे शवों को किसी तरह बाहर निकाला। स्थानीय ग्रामीण घायलों को उपचार के लिए चकराता अस्पताल ले गए। हादसे में बायला निवासी छह साल का बच्चा ऋतिक (पुत्र, इंद्र सिंह) व पिंगुवा निवासी गजेंद्र तोमर (पुत्र दल सिंह) गंभीर रूप से घायल हैं।
मृतकों में ज्यादातर बायला-चकराता के निवासी
बायला के क्षेत्र पंचायत सदस्य महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि हादसे में मृतकों की पहचान मातबर सिंह (40) पुत्र भगत सिंह, पत्नी रेखा देवी (32) व डेढ़ वर्षीय पुत्री तनवी, रतन सिंह (45) पुत्र रतराम, जयपाल सिंह चौहान (40) पुत्र भाव सिंह, अंजलि (15) पुत्री जयपाल सिंह चौहान, नरेश चौहान (35) पुत्र भाव सिंह, साधराम (55) पुत्र गुलाब सिंह, दान सिंह (50) पुत्र रतू, ईशा (18) पुत्री गजेंद्र, काजल (17) पुत्री जगत वर्मा (सभी निवासीगण बायला-चकराता), जीतू (35) निवासी क्वानू-मलेथा व हरिराम शर्मा (48) पुत्र निवासी सिरमौर हिमाचल के रूप में हुई है।
डीजीपी अशोक कुमार बोले – बोलेरो के पास नौ सवारियों की क्षमता
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि हादसे में ओवरलोडिंग की बात सामने आ रही है। हादसे का शिकार हुई बोलेरो में 15 सवारियां थीं जबकि बोलेरो के पास नौ सवारियों की क्षमता होती है। हादसा गंभीर है। इसकी गंभीरता से जांच कराई जाएगी। इस संबंध में परिवहन विभाग से भी बात की जाएगी।