Site icon Revoi.in

सीडीएस जनरल रावत के दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला

Social Share

नई दिल्ली, 9 दिसंबर। तमिलनाडु के कुन्नूर में नीलगिरि कती पहाड़ियों पर बुधवार की दोपहर क्रैश हुए उस सैन्य हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिल गया है, जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी।

ब्लैक बॉक्स से पता लग सकता है दुर्घटना का कारण

प्राप्त जानकारी के अनुसार निदेशक श्रीनिवासन के नेतृत्व में तमिलनाडु फोरेंसिक साइंस डिपार्टमेंट की एक टीम गुरुवार को कुन्नूर में कैटरी के पास दुर्घटनास्थल पर पहुंची है, जहां पहले से मौजूद वायुसेना की टीम ने हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स को बरामद कर लिया है। इस ब्लैक बॉक्स के जरिए अब पता चल पाएगा कि आखिरी वक्त पर क्या हुआ था।

किसी भी प्लेन या हेलीकॉप्टर का सबसे जरूरी हिस्सा ब्लैक बॉक्स होता है। यह हेलीकॉप्टर या प्लेन के उड़ान के दौरान विमान से जुड़ी सभी तरह की गतिविधियों को रिकॉर्ड करता है। यह पायलट और एटीसी के बीच बातचीत का रिकॉर्ड एकत्र करता है। इसके अलावा पायलट और को-पायलट की बातचीत भी रिकॉर्ड होती है। इसे डाटा रिकॉर्डर भी कहा जाता है।

सुलूर से कुन्नूर के लिए निकले थे जनरल रावत

गौरतलब है कि सीडीएस बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका और सेना के कई बड़े अफसरों की टीम के साथ बुधवार को पूर्वाह्न 11.30 बजे वीवीआईपी चॉपर MI-17 V-5 में सुलूर से कुन्नूर के लिए निकले थे। उन्हें कुन्नूर के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देना था। हेलीकॉप्टर ने पूरी तरह से सुरक्षित उड़ान भरी थी।

सीडीएस बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर 50 मिनट में सुलूर से करीब 94 किलोमीटर का हवाई सफर पूरा हो चुका था। आयोजन स्थल से सिर्फ 10 से 15 किलोमीटर की दूरी और बची थी। तभी पायलट ने संतुलन खोया और चंद मिनट के भीतर हेलीकॉप्टर शोलों में तब्दील हो गया।

हादसे से पहले का एक वीडियो भी सामने आया, लेकिन पुष्टि नहीं

इस बीच हादसे से तनिक पहले का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें हेलीकॉप्टर हवा में उड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से जारी वीडियो में कहा गया है कि इस वीडियो को एक पर्यटक ने बनाया है। फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हुई है।