भोपाल, 25 सितम्बर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्य प्रदेश विधानससभा चुनाव के लिए सोमवार को अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी। हालंकि यह सूची एकदम चौंकाने वाली है क्योंकि 39 उम्मीदवारों की सूची में पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों सहित सात सांसदों को उतार दिया है।
टिकट पाने वाले केंद्रीय मंत्रियों में तोमर, प्रह्लाद पटेल और कुलस्ते शामिल
भाजपा की दूसरी लिस्ट में सबसे चौंकाने वाला नाम केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का है, जिन्हें मुरैना जिले के दिमनी विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है। वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल के भाई जालम सिंह पटेल का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह पर पार्टी ने प्रह्लाद पटेल को नरसिंहपुर से टिकट दिया है। तीसरे केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते निवास सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ेंगे।
पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की एमपी की राजनीति में फिर वापसी
इन तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ अन्य मौजूदा सांसदों की बात करें तो पार्टी जबलपुर से सांसद राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम सीट से टिकट दिया गया है। सीधी से सांसद रीती पाठक सीधी विधानसभा से जोर आजमाएंगी जबकि सतना के सांसद गणेश सिंह सतना से ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। होशंगाबाद से सांसद उदय प्रताप सिंह गाडरवारा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। इसके साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की एक बार फिर एमपी की राजनीति में वापसी हो गई है। उन्हें इंदौर-1 से चुनाव लड़ाया जाएगा।
नरेंद्र सिंह तोमर को लेकर बड़े संकेत
दरअसल, एमपी विधानसभा चुनाव में नरेंद्र सिंह तोमर को लेकर कई तरह की अटकलें लगती हैं। इस बार भाजपा ने उन्हें चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष बनाया है। ऐसे में चुनाव मैनेजमेंट का पूरा काम उन्हीं के पास है। साथ ही उन्हें सीएम पद का दावेदार भी बताया जाता है। तोमर को मैदान में उतरने के बाद इस तरह की अटकलें फिर से शुरू हो गई हैं।
भारतीय जनता पार्टी के केन्द्रीय चुनाव समिति ने मध्य प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के लिए द्वितीय सूची में 39 नामों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है। pic.twitter.com/u27qdhkoBc
— BJP (@BJP4India) September 25, 2023
कैलाश और प्रहलाद के नाम की भी रहती है चर्चा
वहीं, एमपी में प्रह्लाद सिंह पटेल ओबीसी का बड़ा चेहरा है। उनके नाम को लेकर भी चर्चा रहती है। भाजपा ने उन्हें टिकट देकर उन चर्चाओं को बल दिया है जबकि कैलाश विजयवर्गीय भी लंबे अर्से से एमपी में सक्रिय थे। 2018 के विधानसभा चुनाव में उनके बेटे को टिकट मिला था। इस बार भाजपा ने उन्हें ही मैदान में उतार दिया है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान के लिए खतरे की घंटी?
हालांकि एमपी में भाजपा इस बार सीएम चेहरे को लेकर पत्ते नहीं खोल रही है। तमाम नेता यह कहते रहे हैं कि चुनाव के बाद चेहरे पर फैसला होगा। लेकिन शिवराज सिंह चौहान के कद के बराबर भाजपा ने कई चेहरों को मैदान में उतारकर यह संकेत दे दिए हैं कि उनके लिए आगे की राह सुगम नहीं है। भाजपा ने जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान ही यह संकेत दे दिए थे, जब प्रमुख चेहरों में सीएम शिवराज सिंह चौहान नहीं थे। उसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी कुछ बड़ा कर सकती है।
आगे और चौंका सकती है भाजपा
दरअसल, एमपी में भाजपा विधानसभा चुनाव को लेकर लगातार चौंकाने वाली फैसले ले रही है। 39 प्रत्याशियों की पहली सूची भी एक महीने पहले 17 अगस्त को जारी की जा चुकी है। अब दूसरी सूची में भी चौंकाने वाले नाम हैं। अब तक एमपी में कुल 78 सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है। राज्य में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं।