नई दिल्ली, 13 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के निमित्त प्रचार अभियान के बीच विभिन्न राजनीतिक दल अपने चुनावी घोषणापत्र जारी कर रहे हैं। इनमें मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से ‘न्याय पत्र’ जारी किया जा चुका है, जिसमें पांच न्याय के साथ 25 गारंटी दी गई है। अब सिर्फ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के घोषणापत्र का इंतजार है।
इस बीच भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी रविवार (14 अप्रैल) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करेगी। सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी के साथ बैठक के बाद ही घोषणापत्र को लेकर अंतिम फैसला होगा, जिसे ‘संकल्प पत्र’ भी कहा जाता है।
घोषणापत्र के लिए भाजपा को 15 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं
उल्लेखनीय है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली घोषणापत्र समिति पहले ही दो बैठकें कर चुकी है। भाजपा को अपने घोषणापत्र के लिए 15 लाख से अधिक सुझाव प्राप्त हुए हैं, जिसमें NaMo एप के माध्यम से 400,000 से अधिक और वीडियो के माध्यम से 11 लाख से अधिक सुझाव शामिल हैं।
संकल्प पत्र में इन मुद्दों पर रहेगा जोर
पार्टी सूत्रों पर भरोसा करें तो भाजपा का संकल्प पत्र विकास, समृद्ध भारत, महिलाओं, युवाओं, गरीबों और किसानों पर केंद्रित होगा। पार्टी केवल उन्हीं वादों को पूरा करने का संकल्प लेती है, जो हासिल करने योग्य हों।
‘मोदी की गारंटी : विकसित भारत 2047‘
घोषणापत्र का विषय सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर फोकस के साथ ‘मोदी की गारंटी : विकसित भारत 2047’ होगा। गौरतलब है कि राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में गठित चुनाव घोषणा पत्र समिति में 27 सदस्य शामिल हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को समन्वयक और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को सह-समन्वयक बनाया गया था। इनके अलावा इस कमेटी में 24 लोगों को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया था।