नई दिल्ली, 13 अक्टूबर। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी आगामी दिनों उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित उपचुनाव में 10 विधानसभा सीटों में से नौ पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जबकि पश्चिम उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट उसने अपने सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल (RLD) को देने का फैसला किया है।
सूत्रों की मानें तो उपचुनाव को लेकर रविवार को देर शाम दिल्ली में हुई यूपी भाजपा की बैठक के दौरान इसी फार्मूले पर सहमति बनी है। सूत्रों का यह भी कहना है जिन नौ सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवार उतारेगी, उनमें लगभग आधा दर्जन नए चेहरे हो सकते हैं। 20 अक्टूबर तक भाजपा अपने उम्मीदवारों का एलान कर सकती है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर हुई इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। वहीं इस बैठक में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम – केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के अलावा यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और यूपी बीजेपी संगठन महामंत्री धर्मपाल की उपस्थिति रही।
संजय निषाद को मनाएंगे BJP के बड़े नेता!
बताया जा रहा है कि संजय निषाद मिर्जापुर की मझवा सीट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने आरएलडी को एक सीट के अलावा अन्य किसी भी साझेदार को सीट नहीं दी है और संजय निषाद को मनाने की जिम्मेदारी पार्टी के बड़े नेताओं को सौंपी गई है।
इन सीटों पर होना है उपचुनाव
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, फूलपुर, मझवा और सीसामऊ पर उपचुनाव होना है। इन सीटों में पांच समाजवादी पार्टी के पास थी तो RLD-निषाद पार्टी की एक-एक सीटें हैं, जबकि भाजपा की तीन सीटें हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव में जिस तरह से समाजवादी पार्टी ने भाजपा को चौंकाया, उसे देखते हुए ये उपचुनाव योगी आदित्यनाथ के लिए अग्निपरीक्षा माने जा रहे हैं।
सपा घोषित कर चुकी है 6 उम्मीदवारों के नाम
बीते दिनों समाजवादी पार्टी ने छह सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए हैं। अखिलेश यादव की करहल विधानसभा सीट से तेज प्रताप यादव को टिकट मिला है। तेज प्रताप अखिलेश के चचेरे भाई हैं। वहीं, अयोध्या के मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है। अजीत सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं। इसके अलावा कानपुर की सीसामउ से नसीम सोलंकी, प्रयागराज के फूलपुर से मुस्तफा सिद्दकी, मिर्जापुर के मझवा से डॉ. ज्योति बिंद और अम्बेडकर नगर की कटेहरी से शोभावती वर्मा को टिकट मिला है। समाजवादी पार्टी ने छह में से चार सीटों पर पिछड़े और दलित उम्मीदवार उतारे हैं जबकि दो सीटों पर मुस्लिम चेहरों को जगह दी है।