सूरत, 23 नवम्बर। गुजरात चुनाव के बीच भाजपा ने राज्य में अपने 12 और बागी नेताओं को निलंबित कर दिया है। दरअसल, पार्टी से चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने की वजह से इन सभी ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर दिया था। इसके बाद इन पर पार्टी की ओर से काररवाई की गई है।
3 दिन पहले भी 7 बागियों पर काररवाई हुई थी
गुजरात चुनाव का बिगुल बजने के बाद यह दूसरी ऐसी लिस्ट है, जिन पर भाजपा ने काररवाई की है। इससे पहले पार्टी ने रविवार को सात बागियों को निलंबित किया था। पार्टी ने इन पर काररवाई करते हुए सभी को छह वर्षों के लिए निलंबित किया है।
पार्टी ने इन सभी नेताओं को 6 वर्षों के लिए किया है निलंबित
भाजपा प्रदेश इकाई द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि विधानसभा चुनाव के पांच दिसम्बर के दूसरे चरण की सीटों पर पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले 12 नेताओं को गुजरात भाजपा अध्यक्ष सी.आर. पाटिल द्वारा निलंबित किया गया है।
दूसरे चरण में जिन 93 सीटों पर मतदान होना है, उसके लिए नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 21 नवम्बर थी। भाजपा के किसी भी बागी ने अपना नाम वापस नहीं लिया, जिसके बाद उन्हें पार्टी की ओर से अनुशासनात्मक काररवाई का सामना करना पड़ा। ये नेता अब उत्तर और मध्य गुजरात की 11 सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे।
निलंबित नेताओं में वाघोडिया के मौजूदा विधायक मधु श्रीवास्तव भी शामिल
निलंबित नेताओं में वाघोडिया (वडोदरा जिले) के मौजूदा विधायक मधु श्रीवास्तव शामिल हैं। साथ ही पाडरा के पूर्व विधायक दीनू पटेल और बायड के पूर्व विधायक धवलसिंह जाला भी उन 12 व्यक्तियों में शामिल हैं, जिन्हें पार्टी ने दंडित किया है। अन्य नेताओं में कुलदीपसिंह राउल (सावली), खाटूभाई पागी (शेहरा), एस.एम. खांट (लूनावाडा), जे.पी. पटेल (लूनावाड़ा), रमेश जाला (उमरेठ), अमरशी जाला (खंभात), रामसिंह ठाकोर (खेरालू), मावजी देसाई (धनेरा) और लेबजी ठाकोर (डीसा निर्वाचन क्षेत्र) शामिल हैं।