कोलकाता, 18 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए कर्नाटक के बाद अब पश्चिम बंगाल में विधायकों को एकजुट रखने के लिए होटल की शरण ले ली है। इस क्रम में बंगाल भाजपा के नेताओं ने क्रास वोटिंग के खौफ से मतदान की पूर्व संध्या पर अपने 69 विधायकों को एक होटल में शिफ्ट कर दिया है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा की खेमेबंदी से सभी दल हैरान
बताया जा रहा है कि भाजपा के सभी 69 विधायकों को आउटर कोलकाता के एक निजी होटल में ले गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बंगाल के राजनैतिक इतिहास में होटल की घटना पहली बार हो रही है। इससे पहले भाजपा समेत अन्य दल सत्ता की जोड़तोड़ के लिए अन्य राज्यों में ऐसी व्यवस्था कर चुके हैं, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा की खेमेबंदी से सभी दल हैरान हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की जीच सुनिश्चित करने के लिए यह सारी कवायद कर रहा है।
कर्नाटक के सभी भाजपा विधायक पहले ही होटल में शिफ्ट
गौरतलब है कि इससे पहले कर्नाटक से भी ऐसी ही खबरें आ रही थीं कि कर्नाटक भाजपा ने भी शनिवार को अपने विधायकों क्रास वोटिंग से बचाने के लिए होटल में शिफ्ट कर दिया है। राज्य भाजपा के मुख्य सचेतक एम सतीश रेड्डी ने सभी विधायकों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किया है।
भाजपा हाईकमान द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी को लेकर बहुत गंभीर
रेड्डी के मुताबिक राज्य भाजपा ने यह निर्णय पार्टी के आलाकमान से मिले दिशा-निर्देशों के बाद लिया है। इस फैसले के संबंध में कर्नाटक भाजपा के एक विधायक ने कहा कि पार्टी हाईकमान सभी विधायकों को होटल में भेजकर सभी को यह संदेश देना चाहता है कि पार्टी द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी को लेकर बहुत गंभीर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वोटिंग से पहले राज्य भाजपा इकाई ने रविवार को होटल में विधायकों के लिए मॉक वोटिंग ड्रिल का भी आयोजन किया। इस कार्य के लिए दिल्ली से तीन लोगों को टीम भेजी गई है, जिसने पार्टी विधायकों को वोटिंग के लिए ट्रेनिंग दी।
यशवंत सिन्हा की तुलना में द्रौपदी मुर्मू की दावेदारी काफी मजबूत
गौरतलब है कि सोमवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में देशभर के करीब 4,800 निर्वाचित सांसद और विधायक मतदान करेंगे। इस चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की दावेदारी विपक्षी प्रत्याशी यशवंत सिन्हा की तुलना में काफी मजबूत है क्योंकि आकड़ों के मुताबिक मुर्मू के पक्ष में 60 फीसदी से अधिक मत पड़ने की संभावना है।
एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में बीजू जनता दल (बीजद), वाईएसआर कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक), जनता दल (सेक्लुयर), तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा), शिरोमणि अकाली दल (शिअद), शिवसेना और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) जैसे क्षेत्रीय दल वोट दे सकते हैं। अगर द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत लेती हैं तो देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली वह पहली आदिवासी महिला बन जाएंगी।
देश के 15वें राष्ट्रपति 25 जुलाई को पद व गोपनीयता की शपथ लेंगे
राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को मतदान संपन्न होने के बाद 21 जुलाई को मतगणना होगी और देश के 15वें राष्ट्रपति आगामी 25 जुलाई को संविधान के प्रति पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।