नई दिल्ली, 6 अगस्त। देश में व्याप्त ज्वलंत मुद्दों पर अकसर अपनी सरकार को घेरने वाले भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने विपक्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए ‘मुफ्त की रेवड़ी’ वाले तंज का जवाब दिया है।
पीलीभीत के सांसद ने शनिवार को ट्वीट करते हुए सरकार से पूछा, ‘आखिर सरकारी खजाने पर पहला हक किसका है? इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ‘मुफ्त की रेवड़ी’ लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है।
जो सदन गरीब को 5 किलो राशन दिए जाने पर ‘धन्यवाद’ की आकांक्षा रखता है।
वही सदन बताता है कि 5 वर्षों में भ्रष्ट धनपशुओं का 10 लाख करोड़ तक का लोन माफ हुआ है।
‘मुफ्त की रेवड़ी’ लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है।
सरकारी खजाने पर आखिर पहला हक किसका है? pic.twitter.com/Hw01qMH9FV
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 6, 2022
वरुण गांधी ने ट्वीट में लिखा, “जो सदन गरीब को 5 किलो राशन दिए जाने पर ‘धन्यवाद’ की आकांक्षा रखता है। वही सदन बताता है कि 5 वर्षों में भ्रष्ट धनपशुओं का 10 लाख करोड़ तक का लोन माफ हुआ है। ‘मुफ्त की रेवड़ी’ लेने वालों में मेहुल चोकसी और ऋषि अग्रवाल का नाम शीर्ष पर है। सरकारी खजाने पर आखिर पहला हक किसका है?”
उल्लेखनीय है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने हाल ही में लोकसभा में कहा था कि 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मुहैया कराने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को बधाई दी जानी चाहिए। वहीं पीएम मोदी ने पिछले महीने लोगों को ‘रेवड़ी संस्कृति’ के खिलाफ आगाह किया था, जिसके तहत मुफ्त का वादा करके वोट मांगे जाते हैं। उत्तर प्रदेश के बांदा में बुंदेखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त के वादे पर वोट मांगने का चलन देश के लिए खतरनाक हो सकता है।