भाजपा सांसद वरुण गांधी का अपनी सरकार पर आरोप – गलत फैसले के कारण 15 हजार छात्र युद्धभूमि में फंसे
नई दिल्ली, 28 फरवरी। हालिया महीनों में कई मुद्दों पर केंद्र में सत्तासीन अपनी सरकार की लानत-मलानत कर चुके भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे हजारों छात्रों सहित भारतीय नागरिकों को लेकर फिर केंद्र को घेरा है। उन्होंने सरकार को नसीहत देते हुए कहा है कि उसे आपदा में अवसर नहीं तलाशना चाहिए बल्कि यूक्रेन में फंसे लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए तत्काल ठोस समाधान खोजना चाहिए।
दरअसल पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने एक ट्वीट में यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसी एक भारतीय छात्रा का वीडियो शेयर किया है, जिसने भारतीय दूतावास पर आरोप लगाया है कि रूस के हमले के बीच वहां से निकालने में मदद मांगने के लिए किए जा रहे उनकी कॉल काट दी जा रहा है। वीडियो में छात्रा का दावा है कि जहां अन्य देशों ने अपने नागरिकों को यूक्रेन से बाहर निकाल लिया है वहीं भारत सरकार उनके लिए कुछ नहीं कर रही है।
‘हर आपदा में अवसर नहीं खोजना चाहिए, छात्रों की सुरक्षित वापसी हमारा दायित्व‘
वीडियो शेयर करते हुए वरुण गांधी ने ट्वीट में कहा, ‘सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अब भी युद्धभूमि में फंसे हुए है। ठोस रणनीतिक और कूटनीतिक कार्यवाही कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है।’
सही समय पर सही फैसले न लिए जाने के कारण 15 हजार से अधिक छात्र भारी अव्यवस्था के बीच अभी भी युद्धभूमि में फंसे हुए है।
ठोस रणनीतिक और कूटनैतिक कार्यवाही कर इनकी सुरक्षित वापसी इन पर कोई उपकार नहीं बल्कि हमारा दायित्व है।
हर आपदा में ‘अवसर’ नही खोजना चाहिए। pic.twitter.com/6GIhJpmcDF
— Varun Gandhi (@varungandhi80) February 28, 2022
भारतीय लोगों और छात्रों को पश्चिमी यूक्रेन जाने के लिए कहने के भारतीय दूतावास के दिशानिर्देश की आलोचना करते हुए छात्रा ने कहा कि वे सीमा से 800 किलोमीटर दूर हैं और आधिकारिक सहायता के बिना उस दूरी की यात्रा करने का कोई साधन नहीं है।
छात्रा ने कहा, ‘उनका कहना है कि वे भारतीय छात्रों को सीमा से बाहर निकाल रहे हैं। सीमा हमारे वर्तमान स्थान से 800 किमी दूर है। हम छात्र उन सीमाओं पर कैसे जा सकते हैं? भारत सरकार हमारी कोई मदद नहीं कर रही है।’
विदेश सचिव बोले – नागरिकों की सुरक्षा भारत की मुख्य चिंता
गौरतलब है कि विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को कहा था कि भारत के लिए मुख्य चिंता कीव सहित उन क्षेत्रों में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, जहां भीषण लड़ाई चल रही है। उन्होंने कहा कि कीव में करीब दो हजार भारतीय हैं। उन्होंने बताया कि भारत ने यूक्रेन से अपने करीब 2,000 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला है और उनमें से 1,000 लोगों को हंगरी और रोमानिया के रास्ते चार्टर्ड विमानों से घर लाया जा चुका है।
वहीं, एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों – हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और जनरल वीके सिंह को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाने और व्यक्तिगत रूप से युद्धग्रस्त राष्ट्र से भारतीय नागरिकों को निकालने के प्रयासों की निगरानी और समन्वय करने का निर्देश दिया है।