आगरा, 12 नवम्बर। किसान आंदोलन के दौरान विवादित बयान देने वालीं बॉलीवुड अभिनेत्री और मंडी (हिमाचल प्रदेश) से भाजपा सांसद कंगना रनौत की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस क्रम में आगरा के एमपी-एमएलए कोर्ट ने रनौत को नोटिस जारी कर जबाव-तलब किया है। मामले की अगली सुनवाई 28 नवम्बर निर्धारित की गई है।
इससे पहले कंगना रनौत के खिलाफ दायर वाद पर मंगलवार को सुनवाई हुई। स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए के न्यायधीश अनुज कुमार सिंह के सामने वादी और उनके अधिवक्ता ने अभिनेत्री कंगना रनौत को नोटिस देने की मांग की। न्यायाधीश ने वादी राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा के वाद पर अभिनेत्री को नोटिस जारी कर जबाव तलब किया है।
दरअसल, आगरा में राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने 31 अगस्त, 2024 को आगरा पुलिस कमिश्नर और न्यू आगरा थाना प्रभारी को शिकायत भेजी थी, जिसमें भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ काररवाई की मांग की थी।
कंगना रनौत पर आरोप है कि उन्होंने 26 अगस्त 2024 को एक इंटरव्यू में एमएसपी सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन करने वालों किसानों को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने वर्ष 2020 और 2021 में दिल्ली के बॉर्डर पर धरने पर बैठे लाखों किसानों पर हत्यारा और बलात्कारी होने का आरोप लगाया था। साथ ही 16 नवम्बर 2021 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का भी मजाक उड़ाया था।
कंगना अपने बयान वापस लेते हुए खेद जता चुकी हैं
हालांकि कंगना रनौत ने गत 25 सितम्बर को सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट करके अपने बोले शब्द वापस लेने की बात कही थी। उन्होंने वीडियों में कहा था, ‘मेरी बात से यदि यदि किसी को निराशा हुई है तो मुझे इसका खेद रहेगा। मैं केवल अभिनेत्री ही नहीं, भाजपा की सांसद भी हूं। मेरे बयान से जिसे भी ठेस पहुंची है, उसके लिए मुझे खेद है।’