पुणे, 29 मार्च। महाराष्ट्र के वरिष्ठ भाजपा नेताओं में एक और पुणे से लोकसभा सदस्य गिरीश बापट का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। 72 वर्षीय गिरीश बापट पिछले करीब डेढ़ वर्ष से बीमार चल रहे थे। उन्होंने यहां दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था और वह जीवन रक्षक प्रणाली पर थे।
गिरीश बापट पिछले कुछ महीनों से सांस संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे और उनका अस्पताल में डायलसिस भी किया जा रहा था। वहीं हाल में हुए कस्बा पेठ विधानसभा उपचुनाव में बापट नेजल कैनुला मशीन लगाए ह्वीलचेयर पर बैठकर वोट देने मतदान केंद्र पहुंचे थे। बापट इस सीट से पांच बार विधायक चुने गए थे।
इस बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य नेताओं ने गिरीश बापट के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘पुणे से लोकसभा सदस्य गिरीश बापट के निधन का समाचार सुनकर दुखी हूं। वह जमीनी नेता थे, जिन्होंने पुणे और महाराष्ट्र के विकास में योगदान दिया और जनता के कल्याण के लिए काम किया। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति शोक संवेदनाएं।’
Saddened to hear about the demise of Shri Girish Bapat, Member of Parliament from Pune. He was a grassroots leader who contributed to the development of Pune and Maharashtra and worked for well-being of the people. Condolences to his family and followers.
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 29, 2023
पीएम मोदी ने जताया शोक
पीएम मोदी ने एक ट्वीट के जरिए शोक संदेश में कहा, ‘गिरीश बापट जी एक विनम्र और मेहनती नेता थे, जिन्होंने लगन से समाज की सेवा की। उन्होंने महाराष्ट्र के विकास के लिए बड़े पैमाने पर काम किया और विशेष रूप से पुणे के विकास को लेकर वह कटिबद्ध थे। उनका निधन दुखद है। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना।’
Shri Girish Bapat Ji was a humble and hardworking leader who served society diligently. He worked extensively for the development of Maharashtra and was particularly passionate about Pune's growth. His passing away is saddening. Condolences to his family and supporters. Om Shanti pic.twitter.com/17M0XpcwpF
— Narendra Modi (@narendramodi) March 29, 2023
प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि बापट ने महाराष्ट्र में भाजपा को खड़ा करने और उसे मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, ‘वह बहुत ही मिलनसार स्वभाव के एक ऐसे सांसद थे, जिन्होंने लोक कल्याण के मुद्दों को उठाया। उन्होंने एक प्रभावी मंत्री और बाद में पुणे के सांसद के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनके अच्छे काम लोगों को प्रेरित करते रहेंगे।’
राज ठाकरे ने जताईं संवेदनाएं
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने भी बापट के निधन पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा – ‘पुणे लोकसभा क्षेत्र के सांसद, पूर्व मंत्री, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मेरे मित्र श्री गिरीश बापट का निधन हो गया। राजनीतिक मतभेदों को व्यक्तिगत मित्रता के आड़े नहीं आने देना चाहिए, महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति को गिरीश बापट ने ध्यान से पालन किया था। उनके निधन की खबर बेहद दुखद है। उनकी आत्मा को शाश्वत शांति मिले। ओम शांति।’
पुणे लोकसभा मतदारसंघाचे खासदार, माजी मंत्री, भारतीय जनता पक्षाचे ज्येष्ठ नेते आणि माझे मित्र श्री. गिरीश बापट ह्यांचं निधन झालं. राजकीय मतभेद हे व्यक्तिगत मैत्रीच्या आड येऊ द्यायचे नसतात, ही महाराष्ट्राची राजकीय संस्कृती गिरीश बापटांनी कसोशीने पाळली. त्यांच्या निधनाची बातमी अतिशय… pic.twitter.com/LOBa3ZqRg7
— Raj Thackeray (@RajThackeray) March 29, 2023
आरएसएस स्वयंसेवक रहे गिरीश बापट
उल्लेखनीय है कि गिरीश बापट ने चार दशक से अधिक के अपने राजनीतिक जीवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) स्वयंसेवक, श्रमिक नेता, नगरसेवक, विधायक और सांसद के रूप में विभिन्न ज़िम्मेदारियां निभाईं। उन्होंने जनसंघ से राजनीति में प्रवेश किया। एक नगरसेवक के रूप में शुरुआत करते हुए कस्बा पेठ विधानसभा सीट पर 1995 से लगातार पांच बार विधायक चुने गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के मोहन जोशी को हराया था।